समस्तीपुर। छठ पूजा के दौरान बिहार लौटने वाले यात्रियों की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। समस्तीपुर मंडल के तहत आने वाले प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। इस अवधि में केवल वैध आरक्षण या सामान्य टिकट धारक यात्रियों को ही स्टेशन परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हर साल छठ पर्व के समय बिहार के विभिन्न शहरों में लाखों यात्री अपने घर लौटते हैं। ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर अत्यधिक भीड़ रहती है, जिससे सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इस बार यात्रियों की सुरक्षा और स्टेशन संचालन को व्यवस्थित रखने के लिए यह अस्थायी रोक लगाई गई है।
कौन-कौन से स्टेशन आएंगे नियम के दायरे में?
यह नियम समस्तीपुर मंडल के प्रमुख और व्यस्ततम स्टेशनों पर लागू होगा। इनमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा और सीतामढ़ी स्टेशन शामिल हैं। इन स्टेशनों पर हर साल छठ पर्व के दौरान यात्रियों की संख्या सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना बढ़ जाती है।
भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा
रेलवे का मानना है कि प्लेटफॉर्म टिकट बंद करने से स्टेशन पर अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा, जिससे ट्रेन में चढ़ने-उतरने की प्रक्रिया अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित रहेगी।
रेलवे के इस निर्णय से क्या होंगे फायदे?
रेलवे के अनुसार प्लेटफॉर्म टिकट पर रोक से कई व्यावहारिक लाभ होंगे
भीड़ नियंत्रण में राहत: स्टेशन परिसर में अनावश्यक भीड़ कम होगी, जिससे यात्रियों के आने-जाने में सुगमता बनी रहेगी।
सुरक्षा में सुधार
यात्रियों के सुरक्षित चढ़ने-उतरने में सुविधा होगी और दुर्घटनाओं की संभावना घटेगी।
कर्मचारियों और सुरक्षा बलों को सहायता: रेलवे कर्मियों और सुरक्षा एजेंसियों को भीड़ नियंत्रण और प्लेटफॉर्म प्रबंधन में आसानी होगी।
यात्री सुविधाओं का बेहतर उपयोग: पेयजल, शौचालय, प्रतीक्षालय जैसी सुविधाओं का प्रभावी उपयोग संभव हो सकेगा।
सुरक्षित संचालन: पर्व के दौरान ट्रेनों के सुरक्षित संचालन और यातायात नियंत्रण में सहायता मिलेगी।
छठ पर्व के दौरान यात्रियों की भारी आवाजाही की उम्मीद
रेलवे सूत्रों के अनुसार छठ पूजा के समय बिहार के बाहर काम करने वाले लाखों प्रवासी अपने घरों को लौटते हैं। इन दिनों ट्रेनों में आरक्षण पाना मुश्किल हो जाता है और रेलवे प्लेटफॉर्म यात्रियों से भर जाते हैं। पिछले वर्षों में कई बार अत्यधिक भीड़ के कारण सुरक्षा संबंधी दिक्कतें सामने आई थीं। इस बार रेलवे ने पहले से सतर्कता बरतते हुए यह कदम उठाया है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से की अपील
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे रेलवे द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक रूप से स्टेशन परिसर में न जाएं। 28 अक्टूबर से 7 नवंबर तक केवल उन्हीं यात्रियों को प्रवेश की अनुमति होगी, जिनके पास मान्य आरक्षित या सामान्य टिकट होगा। इसके साथ ही यात्रियों को समय से पहले स्टेशन पहुंचने, अपने सामान की सुरक्षा करने और रेलवे कर्मियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। रेलवे ने कहा है कि इस व्यवस्था का उद्देश्य यात्रियों को असुविधा पहुंचाना नहीं, बल्कि उनकी सुरक्षा और सुविधा को सुनिश्चित करना है। पर्व के दौरान स्टेशन पर अतिरिक्त सुरक्षा बल, हेल्प डेस्क और मेडिकल सहायता केंद्र भी उपलब्ध कराए जाएंगे। रेलवे ने उम्मीद जताई है कि यात्रियों के सहयोग से इस वर्ष छठ पूजा के दौरान ट्रेनों का संचालन और यात्रा व्यवस्था पिछले वर्षों की तुलना में कहीं अधिक सुचारू और सुरक्षित होगी।
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