पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. दिल्ली में बैठा ठग गिरोह छतीसगढ़ सरकार के जाली दस्तावेज के सहारे वन रक्षक की ट्रेनिंग देने से पहले 40 हजार रुपए अपने खाते में डलवा लिया. बेरोजगार युवक से फिर 32 हजार की मांग किया तो अपने आप को ठगा महसूस करने लगा. तब जाकर युवक पुलिस थाने में इसकी लिखित शिकायत दर्ज करवाया है.

ठगों ने बेरोजगारों को ठगने के लिए इस बार नया तरीका इजात कर लिया है. खजूरपदर निवासी मिलेन्द्र आज दस्तावेजों के साथ थाने पहुंचकर मामले की शिकायत किया है. मिलेन्द्र ने बताया कि वेबसाइड के जरिये उसने अगस्त माह में वन रक्षक के पद पर ऑनलाइन फार्म भरा था. 15 अक्टूबर को नया रायपुर के पते से वनविभाग के वेरिफिकेशन डिपार्टमेंट उल्लेखित पते से एक पत्र आया. जिसमे मौजूद संपर्क नम्बर से मिलेन्द्र कॉल किया. कॉल अटेंडर ने अपना नाम पता पूछने पर भी नहीं बताया, लेकिन उसने ट्रेनिंग व वेरिफिकेशन के लिये फिक्सडिपॉजित के लिये 40 हजार की मांग की.

रायपुर ब्रांच में डलवाया पैसा

इसके बाद अटेंडर ने डॉ पूनम के नाम पर कोटक महिंद्रा बैंक रायपुर ब्रांच स्थित एक खाता नम्बर भी दिया. जिसमें मिलेन्द्र ने दो बार में 40 हजार रुपए डाल दिए. आज ज्योति के नाम पर रजिस्टर्ड वोडाफोन से एक और कॉल आया वेरिफिकेशन के अन्य ओपचारिकता पूरी करने 32 हजार की मांग किया. मामले में जब युवक को ठगे जाने का अहसास हुआ तो थाने पहुंचकर इसकी लिखित शिकायत किया. उपनिरीक्षक विवेक सेंगर ने बताया कि मामले की शिकायत आई है उसकी जांच की जा रही है, जो लेटर मिला है उसकी सच्चाई जानने सम्बंधित विभाग को पत्र लिखा जा रहा है. दिए गए नम्बरों की भी पड़ताल हो रही है.

ऐसे हुई शंका

नियुक्ति पत्र की जानकारी युवक अपने साथियों को दिया, रकम जब मांगने लगा तो मिलेन्द्र घटना की जानकारी कांग्रेसी नेता धनसिंग मरकाम व अरुण सोनवानी जो कि रिस्तेदारी में आते है उनको दिया. अचार संहिता के बावजूद मिले नियुक्ति पत्र को लेकर नेताओ को शंका हुई. स्थानीय कार्यालय में भी तस्दीक की, लेटर में उल्लेखित दफ्तर के पते पर भी शंका जाहिर किया. केवल आवेदन भरने मात्र से ही नियुक्ति पत्र मिलना भी, सोचने पर मजबूर कर दिया था. रकम की मांग करने वालो को जब उनका पता पूछा गया तो गोल मोल जवाब देते गए. दोपहर बाद दोनों नम्बर बन्द भी हो गया. पता चला कि दोनों नम्बर दिल्ली के वोडाफोन का है. जिसके बाद ठगी होने की शंका यकीन में तब्दील हो गया.

सरकारी मोनो पर ठगी का पहला मामला

सरकार के मोनो के अलावा लेटर पर वन विभाग के अवर सचिव डीके शर्मा का साइन लगा हुआ है. घटना के तरीके बताते है रायपुर से ऑपरेट हो रहा है. क्योंकि स्पीड पोस्ट, बैंक अकाउंट रायपुर के ही है. वहीं छत्तीसगढ़ सरकार के वेबसाइट हैक होने की भी सम्भावना है. क्योंकि भरे गए ऑनलाइन आवेदन के आधार पर ही आवेदक के पास इस तरह के लेटर मिले हैं.