चीन का परोसा कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया हैं. एक भी देश इसकी कहर से बचा नहीं है. भारत देश में भी लोगों की जिंदगियां घरों में कैद है. घर से बाहर निकलकर खुली हवा में सांस लेना भी मुनासिब नहीं हो रहा है. मन में एक अजीब सा खौफ और डर बना हुआ है. यह खौफ इसलिए भी हैं कि कहीं कोरोना हमें भी अपनी जद में न ले लें. इसी बीच छत्तीसगढ़ से एक बेहद मार्मिक खबर सामने सामने आई है. जिसे जानकर सभी आंखे भर आएंगी.

सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले का हॉट स्पॉट बना कटघोरा आज कोरोना की मार का दर्द झेल रहा है. ऐसा ही दुखों का पहाड़ एक परिवार पर टूट पड़ा और एक के बाद एक पांच लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. दो महिला भी पॉजिटिव पाई गई. जिनके दो छोटे-छोटे मासूम बच्ची है. चाहकर भी दोनों बेबस मां अपने बच्चों को छू नहीं पा रही थी, भूख लगने पर अपना दूध भी नहीं पिला पाई. आप सोच सकते हैं उस मां पर इस वक्त क्या गुजर रही होगी. अब बच्चों की देखरेख के लिए परिवार में कोई नहीं था. तब इनकी देख भाल के लिए अस्पताल प्रबंधन सामने आया. नर्सेस बच्चों को दूध पिला रही हैं.

यह पूरा वाक्या राजधानी रायपुर के एम्स अस्पताल में देखने को मिला. बच्चों को दूध पिलाती नर्स की इस मार्मिक तस्‍वीर को देख लोगों का दिल पिघल गया. कटघोरा निवासी कोरोना पॉजिटिव पाई गई दो महिला की दो छोटी बच्चियां हैं. जिसमें से एक 22 महीने की और दूसरी 3 महीने की है. जब महिला को रायपुर एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. तब महिला अपने दोनों बच्चों को भी साथ लेकर आई थी. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दोनों बच्चियों का भी कोरोना टेस्ट करवाया. पहली रिपोर्ट दोनों बच्चियों की नेगेटिव आई है.

मां के पॉजिटिव आने के बाद बच्चियों के देखभाल के लिए प्रबंधन ने मामा को बुलवाया. जैसे ही वह रायपुर के लिए निकले उन्हें रास्ते में ही पता चला कि उनका भी सैंपल पॉजिटिव आया है. उसके बाद बच्ची की नानी को देखरेख के लिए बुलवाया, लेकिन नानी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई. इस तरह एक ही परिवार के पांच सदस्य कोरोना पॉजिटिव मिले. अब बच्चियों के ख्याल रखने वाला परिवार में कोई नहीं था. पिता दूसरे राज्य में काम करने गए है और वहीं फंसे हुए हैं, जिन्हें प्रबंधन ने बुलवाया है. ऐसे समय में एम्स प्रबंधन ने संकट की घड़ी में मानवता दिखाते हुए दोनों बच्चियों की देखरेख के लिए आगे आया और अस्पताल की नर्स दोनों बच्चियों को नर्सेज पीपीई सूट में दूध पिला रही हैं.

एम्स अधीक्षक करण पिपरे ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि महिला को 9 अप्रैल को पॉजिटिव पाए जाने के बाद एम्स लाया गया था. उसकी दोनों बेटी मायके आयी थी वो भी पॉजिटिव पाई गई है. दोनों बेटी की दो छोटी बच्ची है. घर में पांच लोगों के पॉजिटिव आने के बाद दोनों बच्चियों कोरेनटाइन किया गया है. नर्स बच्चियों की पूरे सावधानी के साथ देखरेख में लगी है. उन्होंने बताया कि कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जिस गाड़ी में उनकी माँ आई थी, उसी में दोनों बच्चे भी थे. दोनों बच्चों का सैंपल ले लिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि बच्चे भी इफेक्ट है या नहीं ? हालांकि अभी बच्चों में किसी तरह का कोरोना लक्षण नहीं पाया गया है.

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