शिवम मिश्रा, रायपुर। जोगी परिवार की ओर से आज स्वर्गीय अजीत जोगी को श्रद्धांजलि देने सागौन बंगले में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया. प्रार्थना सभा में स्वर्गीय जोगी को श्रद्धांजलि देने राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत, पूर्व मुख्मंत्री डॉ. रमन सिंह, नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम सहित राज्य सरकार के कई मंत्रीगण पहुँचे. वहीं हजारों की संख्या में प्रदेश से कार्यकर्ता भी मौजूद रहे.


छत्तीसगढ़ हमेशा याद करेगा- अनुसुईया उइके
राज्यपाल अनुसुईया उइके स्वर्गीय जोगी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा- “जोगी ने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसे छत्तीसगढ़ हमेशा याद करेगा. उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज के लिए समर्पित किया. आइए हम इस अवसर पर उनके सपनों को साकार करने का संकल्प लें.”

जोगी का संघर्ष नौजवानों को प्रेरणा देती रहेगी – भूपेश बघेल
जोगी जी का योगदान जो छत्तीसगढ़ के लिए रहा है और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनका जीवन हमेशा लोगों के लिए प्रेरणादाई रहेगा. विपरीत परिस्थिति में आशा का दामन हमेशा सामने रखना, हर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगातार संघर्ष करना यह हमेशा यहां के नौजवानों को प्रेरणा देती रहेगी.

जोगी एक संघर्षशील योद्धा थे- डॉ. चरणदास महंत
विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. चरणदास महंत ने श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए कहा कि आत्मा अमर है. जोगी जी की पहचान एक संघर्षशील व्यक्तित्व के रूप में रही है, वे हम सबके बीच से पूरे संघर्षो के साथ पूरे सम्मान के साथ गए है. उन्होंने इस मौके पर कबीर का एक दोहा भी पढ़ा-

आये है तो जायेंगे, राजा रंक फ़कीर।
इक सिंहासन चढी चले, इक बंधे जंजीर।

जोगी के अंदर तूफानों को काटने की क्षमत थी- डॉ. रमन सिंह
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री कहा कि जोगी जी एक छोटे से गांव जोगीसार से निकलकर ना केवल मध्य प्रदेश की राजनीति, बल्कि देश की राजनीति में एक चमकीला सितारा के रूप में उभरे थे. फिर चाहे रायपुर, इंदौर के कलेक्टर के रूप में हो या छत्तीसगढ़ के नेतृत्व के मामले में या केंद्रीय स्तर में राज्यसभा और अन्य संगठन के पदों में काम करने की उनकी क्षमता हो, उनकी अद्भुत शक्ति और मजबूत दृढ़ विश्वास के साथ अटूट में संघर्ष करने की क्षमता थी. उनके अंदर तूफानों को काटने की और लहरों को चीरने की ताकत थी.

जोगी के अंदर लोगों को आकर्षित करने की क्षमता थी- धरम लाल कौशिक
नेता-प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने कहा कि अजीत जोगी जनप्रिय नेता रहे हैं. उनके अंदर लोगों को आकर्षित करने की गजब की क्षमता थी. उन्होंने अनेक तरह की चुनौतियों के बीच खुद को साबित किया. बतौर पहले मुख्यमंत्री उनके द्वारा किए गए कई विकास कार्यों को लोग हमेशा याद रखेंगे.