रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग रायपुर ने एसपी को पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि दो निजी चैनलों पर 22 जनवरी को 80 वर्षीय लकवाग्रस्त मां को खाली घर में 3 दिनों तक बंद रखने की खबर दिखाई गई थी. अब इस खबर को स्वतः संज्ञान में लिए जाने को लेकर एसपी को पत्र लिखा गया है.

पत्र में इस बात का जिक्र है कि दो निजी चैनलों पर दिखाई गई इस खबर को गंभीर मानकर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग ने इस पर स्वतः संज्ञान लिया है. आयोग ने मामले से संबंधित 6 वीडियो क्लिप भी रायपुर एसपी कार्यालय में भेजा है और मांग की है कि मामले की जांच कर प्रतिवेदन एक हफ्ते के अंदर आयोग को उपलब्ध कराया जाए.

इधर पीड़ित बुजुर्ग महिला के बेटे शंकर का कहना है कि उसने अपनी मां को नहीं छोड़ा है, बल्कि उसने कचना में नया फ्लैट लिया है और वे परिवार के साथ वहीं शिफ्ट हो रहे हैं. चूंकि मां लकवाग्रस्त हैं और कहीं आ-जा नहीं सकतीं, इसलिए शिफ्टिंग के दौरान उन्हें मारूति हाइट्स स्थित फ्लैट में रखा गया है. शंकर ने बताया कि उनकी पत्नी को भी कैंसर है, लिहाज़ा वे मां और पत्नी दोनों की देखभाल खुद ही करते हैं. दोनों का इलाज चल रहा है. शंकर ने सोसायटी वालों पर बेवजह उन्हें परेशान करने का भी आरोप लगाया. इधर पूरी बात सुनने के बाद सरस्वती नगर थाने के पुलिस वापस लौट गई थी.

सरस्वती नगर थाना पुलिस का कहना था कि कुछ लोगों ने भ्रामक जानकारी फैलाई है, जबकि ऐसा है नहीं.