दिलशाद अहमद,सूरजपुर। प्रदेश में 20 फरवरी तक धान की खरीदी की जाएगी, लेकिन उससे पहले ही बारदानों की कमी और कई दिक्कतों की वजह से धान खरीदी नहीं हो पा रही है. यही वजह है कि किसान आक्रोशित हो गए हैं. सूरजपुर जिले के सिलफिली गांव में किसानों ने सड़क पर धान फेंक दिया और उसमें आग लगा दिया. जमकर प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी भी की. बता दें कि केशकाल में प्रदर्शन के दौरान पुलिसकर्मियों ने किसानों पर लाठीचार्ज किया था, जिस पर सियासत भी शुरु हो गई है.

प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचा जिला प्रशासन अमले ने किसानों को समझाइस दी, कि उनका एक-एक दाना धान खरीदा जाएगा और समिति प्रबंधक के खिलाफ लापरवाही पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिया. जिसके बाद किसानों का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने अपना आंदोलन खत्म किया. धान खरीदी केन्द्र में विवाद की स्थित का पता लगने पर विपक्ष भी दल बल के साथ पहुंच कर किसानों के आंदोलन में अपनी भी सहभागिता निभाई.

वहीं क्षेत्र के किसान जब समिति द्वारा जारी धान खरीदी टोकन लेकर धान बेचने आये तो, वहां कि समिति प्रबंधक ने ये कहते हुए धान खरीदी करने से मना कर दिया की उसे उपर से आदेश है की अब धान नहीं लेना है. जबकि किसानों का कहना है कि हम तीन दिनों से टोकन लेकर खरीदी केन्द्र का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सिलफिली धान खरीदी केन्द्र के प्रबंधक धान खरीदी में टालमटोल कर रहें हैं.

लिहाजा किसाना अपना धान सड़कों पर फेंक कर आंदेालन करने विवश हो गए. किसानों का आंदोलन हो पाता वैसे ही जिला प्रशासन की तरफ से तहसीलदार मौके पर पहुंच गई और मामले को शांत कराया. तब जाकर धान खरीदी शुरू हो पाया. दूसरी तरफ मीडिया के पहुंचते ही समिति प्रबंधन भी ये कहने लगे की सभी किसानों का एक एक दाना धान खरीदा जायेगा.

बता दें ये वही गांव है जहां कुछ साल पहले किसानों ने टमाटर और सब्जियों की दाम लागत से भी कम हो जोने के बाद टमाटर और सब्जियों का ढेर सड़क पर फेंक कर ट्रेक्टर चला दिया था.

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