बिलासपुर जिले के तखतपुर में नवरात्रि सप्तमी पर माँ काली की सवारी निकली. जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी.

  माँ काली के हाथों में जलती हुई खप्पर और हाथ में तलवार की सवारी को देखने के लिए आसपास के लोग शामिल हुए. बता दें कि तखतपुर में चैत्र और नवरात्र के सप्तमी में हजारों भक्त और श्रद्धालु मां काली की सवारी और उनका दर्शन कर आशीर्वाद लेने आते है. मां काली की सवारी टिकरीपारा निवासी दिनेश निर्मलकर पर होती है.

  पिछले एक दशक से दोनों नवरात्र के अवसर पर सप्तमी को देवी मां की हाजरी होती है और मां काली की वेशभूषा धारण, जलती हुई खप्पर, तलवार, नीबू, श्रृंगार आदि से तैयार होती है.

  इसके पश्चात टिकरीपारा निवास से सफ़र की शुरुआत कर मंडी चौक होते हुए माँ महामाया, कालीमाता मंदिर से चंडी देवी के दरबार पहुंचकर दर्शन करती है. इस तरह पूरे नगर में गस्त फेरे कर वापस से घर में शांत हो जाती है.  इस काली मां की यात्रा में ख़ास बात ये है कि हजारों श्रद्धालुओं की आस्था और विशवास बढ़ते चले जा रहा है. मानो काली माँ के फेरे के बिना नवरात्र का पर्व जिलेवासियों के लिए फीका होता है.