रायपुर। छत्तीसगढ़ को जल्द पूर्णकालिक डीजीपी मिलने वाला है. इसके लिए यूपीएससी में आज सलेक्शन कमेटी की बैठक हुई, जिसमें मुख्य सचिव अमिताभ जैन शामिल हुए. प्रभारी डीजीपी अरुणदेव खुद भी दावेदार हैं, इसलिए वे बैठक में शामिल नहीं हुए.

डीजीपी के लिए चार आईपीएस अधिकारियों का नाम भेजा गया है, जिसमें सीनियरिटी के हिसाब से पवनदेव, अरुणदेव गौतम, जीपी सिंह और हिमांशु गुप्ता शामिल हैं. इनमें से ही कोई एक पूर्णकालिक डीजीपी बनेगा. यूपीएससी सलेक्शन कमेटी तीन नामों का पैनल तैयार कर केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजेगा. वहां से फिर पेनल छत्तीसगढ़ सरकार को आएगा. इन तीन नामों के पेनल में से किसी एक नाम पर मुख्यमंत्री मुहर लगाएंगे.

पहले मुख्यमंत्री सीधे करते थे डीजीपी की नियुक्ति

पहले मुख्यमंत्री सीधे डीजीपी की नियुक्ति करते थे. एएन उपध्याय की नियुक्ति तक यूपीएससी को नाम भेजने वाला नियम नहीं था. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट का गाइडलाइन आया कि डीजीपी की नियुक्ति कम से कम दो साल के लिए होगी. नियुक्ति के बाद अगर छह महीने भी रिटायरमेंट में समय बचा हो तो भी नियुक्ति के बाद उन्हें दो साल का अवसर दिया जाएगा. छत्तीसगढ़ में अशोक जुनेजा को इसका लाभ मिला.