रायपुर। छत्तीसगढ़ में हसदेव अरण्य को बचाने के लिए बीते 52 दिनों से सरगुजा के फतेहपुर गाँव में धरना चल रहा है. स्थानीय आदिवासी वहाँ पर अडानी के कोल खदान का विरोध कर रहे हैं. गाँव वालों का कहना है कि इलाके में पहले कोयला खदान खुलने से जन-जीवन प्रभावित है. ऐसे में वहाँ पर और कोल खदानों की जरूरत है. सरकार अडानी को आबंटित खदानें रद्द करें. धरना दे रहे आदिवासियों ने कहा कि वे अपनी जान दे देंगे लेकिन खदान खुलने नहीं देंगे. अपनी इसी मांग लेकर कुछ आदिवासी रायपुर पहुँचे. इनसे बातचीत की हमारे संवाददाता वैभव शिव पाण्डेय ने
हसदेव अरण्य क्षेत्र में अडानी के कोल खदान का विरोध
आदिवासी 52 दिनों से दे रहे हैं धरना
20 गाँव के लोग कर रहे हैं विरोध
आदिवासियों ने कहा- जान दे देंगे, लेकिन जल-जंगल-जमीन नहीं देंगे
सरकार से कोल खदान रद्द करने की मांग
सरगुजा, कोरबा इलाके में है हसदेव अरण्य
सरकार ने अब तक नहीं आंदोलकारियों की सुध
इलाके का कोई भी जनप्रतिनिधि बातचीत के लिए नहीं पहुँचा
आदिवासियों से बातचीत……
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