मनोज मिश्रेकर, राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध लोक गायक सुनील बंसोड़ के पुत्र निश्चय बंसोड़ भी गायन के क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहे हैं. हाल ही में निश्चय ने अपनी गायकी के बल पर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है और राजनांदगांव सहित छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया है.

राजनांदगांव शहर के शंकरपुर निवासी लोक गायक सुनील माधवी बंसोड़ के पुत्र ने हाल ही में मुंबई में आयोजित हुई एक समारोह में 1000 कलाकारों के साथ अपनी सुरों का जलवा बिखेरा. वहीं इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक साथ इतने कलाकार के गाने की वजह से दर्ज किया गया है. बॉलीवुड के सुप्रसिद्ध संगीतकार प्रीतम चक्रवर्ती के नेतृत्व में देश के जवानों को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य 1000 कलाकारों के साथ लाइव प्रदर्शन किया गया. इस टीम का हिस्सा बने निश्चय बंसोड़ का नाम भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ. उनकी इस उपलब्धि से उनके माता-पिता सहित उनके शुभचिंतकों ने उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी है.

निश्चय ने गायन के क्षेत्र में अपने पिता को देखकर आगे बढ़ते गए. छोटी उम्र में ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था. विगत 1 वर्ष से निश्चय प्रसिद्ध पार्श्व गायक सुदेश वाडेकर के सानिध्य में मुंबई में रहकर गायकी के गुर सीख रहे हैं.

निश्चय ने अपनी इस उपलब्धि को अपने माता-पिता और गुजन को समर्पित किया है. वहीं संगीत के क्षेत्र में कुछ बेहतर कर दिखाने का जुनून भी पाले हुए आगे बढ़ रहे हैं.  निश्चय को बचपन से ही घर में गीत-संगीत का माहौल मिला. वे जितना मधुर गाते हैं उतना ही मधुर बजाते भी हैं.

गीत संगीत के प्रति निश्चय का जुनून देखकर ही उनके माता-पिता ने उन्हें मुंबई भेजा है. निश्चय कक्षा चौथी से ही अपनी गायकी की शुरुआत कर दी थी. बहरहाल निश्चय कक्षा 12वीं की पढ़ाई भी कर रहे हैं और इन दिनों परीक्षा को लेकर राजनांदगांव में ही है.