शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में संदिग्ध कफ सिरप के सेवन से 9 बच्चों की मौत के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इसमें बच्चों की किडनी फेलियर से मौतें हो रही हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने आज एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने 5 साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप या अन्य ऐसी दवाओं से दूर रहने की सलाह दी है, जबकि 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए तो इसे पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी दवाओं का इस्तेमाल घातक साबित हो सकता है।

READ MORE: CM डॉ. मोहन ने उज्जैन हादसे की जांच के दिए आदेश, मृतक बच्चों के परिवार से की मुलाकात, 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा

छिंदवाड़ा जिले के परासिया क्षेत्र में अगस्त के अंत में कुछ बच्चों को सर्दी-खांसी और बुखार हुआ। स्थानीय डॉक्टरों ने उन्हें सामान्य कफ सिरप दिए, लेकिन कुछ ही दिनों बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी। किडनी में सूजन, पेशाब बंद होना, उल्टी और शरीर में सूजन जैसी गंभीर समस्याएं सामने आईं। जांच में पता चला कि यह किडनी फेलियर का मामला है, और इसके पीछे संदिग्ध रूप से कफ सिरपों का सेवन है। इन सिरपों में डाइएथिलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीला पदार्थ मिला होने की आशंका है, जो दवाओं को सस्ता बनाने के लिए कभी-कभी मिलाया जाता है। जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने 30 सितंबर को इन सिरपों की बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन अब तक कुल 9 बच्चों की जानें जा चुकी है। 

आराम और अन्य उपाय अपनाएं 

बच्चे को पर्याप्त आराम दें, हाइड्रेटेड रखें (पानी, फलों का रस दें), और कमरे को नम रखें। स्टीम लेना या गर्म पानी से स्नान कराना फायदेमंद हो सकता है। घरेलू उपाय अपनाएं: शहद (1 साल से ऊपर के बच्चों के लिए), अदरक की चाय, तुलसी-अदरक का काढ़ा, या भाप लेना जैसे सरल उपायों का सहारा लें। लेकिन किसी भी उपाय से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H