इस गौठान में कम लागत में सुव्यवस्थित ढंग से पांच-पांच नाडेप और केंचुआ खाद टंकी का निर्माण भी किया गया है. पशुओं के पेयजल की व्यवस्था के लिए 4 कोटना तथा पांच हजार लीटर क्षमता वाली पानी टंकी से पाईप लाईन का विस्तार, नंदी चबूतरा, पैरा संग्रहण के लिए मचान के साथ ही पशुओं की छाया के लिए शेड का निर्माण किया गया है. दो-दो घन मीटर की क्षमता वाले दो बायोगैस संयंत्र यहां स्थापित किए गए हैं. इसके जरिए दो चरवाहा परिवारों में गैस की सप्लाई की जा रही है.यहां पशुधन विकास विभाग द्वारा कृत्रिम गर्भाधान से उत्पादित बछड़ों की प्रदर्शनी लगाई गई है

इस दौरान कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री रविन्द्र चौबे, लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, उद्योग तथा जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा और राजस्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल, विधायक व प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.