रायपुर. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज नई दिल्ली के द्वारका स्थित ट्रायबल यूथ हॉस्टल का दौरा किया. उन्होंने हॉस्टल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया एवं छात्रों से संवाद कर उन्हें सफलता के लिए प्रोत्साहित किया. छात्रों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री साय ने बताया कि अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए यूथ हॉस्टल में 50 बच्चों के सीटों को बढ़ाकर अब 200 किए जाने का प्रावधान किया गया है. प्रतियोगी अभ्यर्थियों के लिए हॉस्टल व पीजी की व्यवस्था की जाएगी. यह निर्णय छात्रों की शिक्षा और कैरियर को ध्यान में रखकर लिया गया है. इससे छत्तीसगढ़ के ज्यादा से ज्यादा बच्चों को सिविल सेवा में सलेक्ट होने का अवसर मिलेगा.

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार हमेशा छात्रों के विकास और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे ही प्रयासों से हम अपने राज्य के युवाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सकते हैं. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने हॉस्टल का जायजा लिया और देखा कि छात्रों को किस प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि छात्रों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाए और किसी भी प्रकार की कमी को तुरंत दूर किया जाए. मुख्यमंत्री ने हॉस्टल की सफाई, सुरक्षा और खानपान की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, आदिम जाति अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री रामविचार नेताम एवं लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज भी उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री साय ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे छत्तीसगढ़ के भविष्य हैं, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करें. छात्रों से उनकी पढ़ाई और भविष्य की योजनाओं के बारे में चर्चा करते हुए सीएम ने उनका मार्गदर्शन किया. मुख्यमंत्री ने छात्रों को हरसंभव मदद का भी आश्वासन दिया. मुख्यमंत्री ने हॉस्टल के अधिकारियों से बातचीत में छात्रों की हर जरूरत का ध्यान रखने निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को छात्रों के शैक्षिक और मानसिक विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और कार्यशालाओं का आयोजन करने का सुझाव दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रों को एक सकारात्मक और प्रेरणादायक वातावरण प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है.

मुख्यमंत्री के इस दौरे ने छात्रों में नया उत्साह और आत्मविश्वास भर दिया है. छात्रों ने मुख्यमंत्री से खुलकर अपनी बातें साझा की एवं उन्हें धन्यवाद दिया. निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ मीडिया सलाहकार पंकज झा, प्रेस अधिकारी आलोक सिंह, जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव, आवासीय आयुक्त श्रुति सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.

2012 में हुआ था हॉस्टल का लोकार्पण

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य के प्रतिभावान अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति तथा पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए यूपीएससी की तैयारी के लिए दिल्ली स्थित द्वारिका में ट्रायबल यूथ हॉस्टल का संचालन छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से किया जा रहा है. यह देश का अद्वितीय संस्थान है, जहां राज्य के उक्त वर्ग के अभ्यर्थियों को कोचिंग के साथ-साथ आवासीय सुविधा उपलब्ध है. ट्रॉयबल यूथ हॉस्टल के निर्मित भवन का लोकर्पण जुलाई 2012 में हुआ था. यहां रहकर यूपीएससी की कोचिंग करने वाले हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए 1.50 लाख रुपए और अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों के लिए 2 लाख रुपए की राशि इम्पैनल्ड कोचिंग संस्थानों को आदिम जाति कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन की ओर से दी जाती है. इसके अतिरिक्त ट्रॉयबल विभाग द्वारा कोचिंग कर रहे अभ्यर्थियों को प्रतिमाह 12 हजार रुपए की राशि मेंस एवं परिवहन आदि के लिए दी जाती है.

ट्रायबल यूथ हॉस्टल में 50 विद्यार्थियों को मिला है प्रवेश

गौरतलब है कि नई दिल्ली स्थित ट्रायबल यूथ हॉस्टल में 50 विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया है. इनमें अनुसूचित जनजाति वर्ग के 25 इनमें 17 पुरूष और 08 महिला, अनुसूचित जाति वर्ग के 15 इनमें 10 पुरूष और 05 महिला, इसी प्रकार अन्य पिछड़ा वर्ग के 10 इनमें 07 पुरूष और 03 महिलाएं शामिल हैं. ट्रॉयबल यूथ हॉस्टल के माध्यम से अब तक 04 आईआरएस, 04 सहायक कमाण्डेट (यूपीएससी), 16 डिप्टी कलेक्टर, 12 उप पुलिस अधीक्षक, 16 नायब तहसीलदार एवं 77 अन्य पदों पर इस प्रकार कुल 129 अभ्यर्थियोें का चयन हुआ है.

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