मुंगेली। बाल अधिकार संरक्षण की अलख जगाने राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष प्रभा दुबे आज जिले के ग्राम रामगढ़ पहुंची. जहां उन्होंने नट और देवार समुदाय के लोगों से बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम पर चर्चा की. अध्यक्ष दुबे ने नट समाज के प्रमुख बंशीलाल नट और समाज के नागरिकों से भिक्षावृत्ति के दुष्प्रभाव पर चर्चा करते हुए कहा कि यह एक सामाजिक कुरीति है, जिसे समाप्त करने की बेहद आवश्यकता है.
भिक्षावृत्ति करने से बच्चों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न होता है, जिससे वह पढ़ नहीं पाते और समाज की मुख्यधारा से पृथक हो जाते हैं. उन्होंने समाज के नागरिकों से अपील की है कि बच्चों को भिक्षावृत्ति, नशावृत्ति जैसी कुरीतियों से दूर रखें तभी उनका सर्वांगीण विकास संभव है.
अध्यक्ष दुबे ने नट और देवार समाज के लोगों को आ रही समस्याओं को ध्यान से सुना और उनके निराकरण के लिए विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. साथ ही समाज के नागरिकों को उत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया.
दुबे ने शासकीय बाल गृह का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं की जानकारी ली और बच्चों के सर्वोत्तम हित मे कार्य करने अधिकारियों को निर्देश दिए.
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग राजेन्द्र कश्यप, जिला बाल कल्याण समिति के सदस्य बृजेश उपाध्याय, सलिल पांडे, शमीम खान, जेजे बोर्ड के सदस्य देवेंद्र पांडेय, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अंजुबाला शुक्ला एवं समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.