• सपेरे ने कहा था – सांप के दांत नहीं हैं, डसने पर 2 घंटे तक करता रहा झाड़-फूंक

  • अंधविश्वास की बली चढ़ी मासूम, लोगों ने सपेरे को पकड़ पुलिस को सौंपा

राजनांदगांव. राजनांदगांव में 5 साल की मासूम अंधविश्वास के चक्कर में अपनी जान गवां बैठी. उसके माता-पिता ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि एक सपेरे के चक्कर में वे अपनी मासूम बेटी को खो बैठेंगे, दरअसल मोहारा निवासी सपेरा बिल्लूराम मरकाम नगर के सिंगदई वार्ड में तमाशा दिखा रहा था. इसी दौरान उसे पता चला कि खुमांशी देवांगन कुछ दिनों से बीमार चल रही है. उसने परिजनों को कहा कि वे सांप बच्ची के गले में डाल देगा तो उसके सारे कष्ट दूर हो जाएंगे. परिजनों के मना करने पर भी उसने सांप बच्ची के गले में डालते हुए ये कहा कि सांप के दांत नहीं है औऱ वे बच्ची को नहीं काटेगा.

सपेरे के चक्कर में आकर परिजनों ने भी भरोसा किया और वे भी भीड़ का हिस्सा बनकर तमाशा देखते रहे. इसी दौरान बच्ची के कंधे में सांप ने डस लिया, इसके बाद सपेरा दो घंटे तक झाड़-फूंक करता था, लेकिन बच्ची की हालत और खराब होती गई और उसे जब तक राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज लाया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. घटना के बाद लोगों ने सपेरे को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है. बसंतपुर पुलिस ने बिल्लूराम को गिरफ्तार कर लिया है.