मनीषा त्रिपाठी, भोपाल. मध्य प्रदेश के बदलते मौसम का सबसे बुरा असर बच्चों पर पड़ रहा है. इस ठंड के सीजन का शायद यह आखिरी दौर है. इसके बाद मौसम विभाग के अनुसार ठंड मध्य प्रदेश से रवानगी ले सकती है. पर इस आखिरी ठंड के दौर ने भी आम जीवन अस्त व्यस्त किया हुआ है.

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बदलते मौसम का चलते मौसमी बीमारियों का प्रकोप भी बड़ा हुआ है. जिसके वजह से अस्पतालों में भीड़ देखी जा रही है. सर्दी, जुखाम, बुखार के मरीजों की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी देखी गई है. जिसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने इसे चुनौती के रूप में देखते हुए पूरी तैयारी कर ली है. भोपाल के सरकारी और निजी अस्पतालों में मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए अपने-अपने अस्पतालों में तैयारियां पूरी की है.

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सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल की जेपी अस्पताल में भी मौसमी बीमारियों से बचाव की तैयारी पूरी हो चुकी है. जेपी अस्पताल में बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए बेड की संख्या बढ़ा दी गई है. दवाइयां के मेंटेनेंस का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. मरीजों को या अस्पताल आ रहे बीमार बच्चों को किसी भी तरीके की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए हर एक सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.

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