रजनी ठाकुर, रायपुर। बच्चों जितने शरारती होते हैं उतने ही बहादुर भी..उनकी शरारत जहाँ कभी कभी गंभीर हादसे का रूप ले लेती है..वहीं इनकी बहादुरी से कई बार गंभीर हादसा टल भी जाता है. रायपुर से ऐसी ही एक घटना सामने आई है. जहाँ बच्चों की मनमानी की एक बड़ी कीमत एक परिवार को चुकानी पड़ी वहीं इनकी बहादुरी से एक घर का चिराग बुझने से बच गया.
घटना शासकीय पूर्व माध्यमिक शाळा ,विवेकानंद नगर रायपुर की है. जहाँ कक्षा सातवीं में पढने वाले चार बच्चे ऋतिक ,साहिल,जागेन्द्र और आकाश किसी को बिना बताये महादेवघाट पहुँच गए और वहां इन्होने नदी में छलांग लगा दी. पांच में से एक बच्चे साहील की डूबने से तत्काल मौत हो गयी और उसके साथ ही तैराकी कर रहा आकाश भी डूबने लगा.
आकाश ने मदद के लिए हाथ दिखाते हुए आवाज़ लगायी जिसे ऋतिक ने देख लिया और फ़ौरन आकाश के पास पहुंचकर उसे बाहर निकालने की कोशिश करने लगा. तभी साथ आया जागेन्द्र भी वहां पहुंचा और दोनों ने मिलकर आकाश को बाहर निकाला. हांलाकि तब तक आकाश के शारीर में पानी बहुत ज्यादा भर गया था और काफी मशक्कत के बाद आकश को बचाया जा सका .
अब साहिल इस दुनिया में नहीं है लेकिन ऋतिक और जागेन्द्र की बहादुरी ने इनके एक और साथी को हमेशा के लिए खोने से बचा लिया.