सुशील सलाम,कांकेर. जिले के दुर्गुकोंदल क्षेत्र के ग्राम हिलचुर से पालको ने गाँव के प्राथमिक शाला में वैकल्पिक रूप से पदस्थ शिक्षकों की उनकी मूल शाला में वापसी पर विरोध जताया है.

पालकों ने कहा कि शिक्षकों की मूल शाला में वापसी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी. उन्होंने उक्त शिक्षक की पदस्थापना गांव के स्कूल में ही करने की मांग की है. साथ ही शिक्षकों को हटाये जाने पर बच्चों को शासकीय स्कूल से निकालकर निजी स्कूलो में भर्ती कराये जाने की चेतावनी दी है.

ग्राम हिलचुर के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां उन्होंने कलेक्टर से मुलाकात कर उन्हें गांव में स्थित प्रथमिक शाला के हालात से अवगत कराया. ग्रामीणों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन भी सौंपा. जिसमें उन्होंने कलेक्टर से शिक्षकों की मूल शाला वापसी पर रोक लगाने की मांग की है.

कलेक्ट्रेट पहुंचे पालकों में से माया बत्ती, लक्षमण कोरोटी और दसरू राम कहना है कि प्राथमिक शाला हिलचुर में पदस्थ एक मात्र शिक्षक अजमेर सलाम को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत प्राथमिक शाला हिंगनझर अटैच किया गया था. जिससे प्राथमिक शाला हिलचुर शिक्षक विहीन हो गया था. जिसके बाद एक वर्ष पूर्व सहायक शिक्षक पंचायत सुनील कुमार दर्रो और कैलाश कश्यप को स्कूल में अटैच कर वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी. इसके बाद से ही स्कूल में शिक्षा के स्तर में सुधर हुआ है. वर्तमान में सभी शिक्षकों की मूल शाला में वापसी के लिए आदेश जारी किया गया है. और यदि ये शिक्षक यहां से चले गये तो एक बार फिर गांव के स्कूल की शिक्षा प्रभावित होगी. यही वजह है कि पालकों ने शिक्षकों की मूल शाला वापसी के आदेश को निरस्त किये जाने की मांग की है.