हरिओम श्रीवास,मस्तूरी(बिलासपुर)। जिले के मस्तूरी के ग्राम सरगवा में एक किशोरी की इलाज के दो घंटे बाद मौत हो गई है. उसका इलाज एक झोलाछाप डॉक्टर ने किया था. अब परिजन डॉक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवारी बतरने का आऱोप लगाते हुए थाने में एफआईआर दर्ज करवा कर कार्रवाई करने की मांग की है.
मृतिका का भाई ने बताया कि उसकी 14 वर्षीय रागिनी टण्डन की तबियत बिगड़ गई और उसे उल्टी हो रही थी, तभी मस्तूरी मल्हार मार्ग में स्थित दीपू हालदार बंगाली डॉक्टर के यहां इलाज कराने लेकर गए थे. जहां दो इंजेकशन लगाया और कुछ दवाएं दी गई उसके बाद रागिनी को उसके भाई घर लेकर चला गया.
बीती रात में किशोरी की तबियत और बिगड़ने लगी हाथ पैर ठंडे हो गए, आनन-फानन में मस्तूरी स्वास्थ केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. परिजन आक्रोशित होकर मस्तूरी थाना पहुंचे और झोलाछाप बंगाली डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
मस्तूरी स्वास्थ केंद्र में पदस्थ बीएमओ का कहना हैं कि पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का पता चल पाएगा और झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी. सरकारी स्वास्थ केंद्र से महज एक किलोमीटर के भीतर दर्जन भर झोलाछाप डॉक्टरों का क्लिनिक संचालित किया जा रहा हैं, लेकिन अधिकारियों की नजर नहीं पड़ती या यूं कहें कि बैठे-बैठ अधिकारी जांच के नाम पर खानापूर्ती करते हैं.