रायपुर। राजधानी रायपुर में चिटफंड कंपनियों के निवेशकों ने सरकार के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोल दिया है. डूबी हुई रकम की मांग को लेकर निवेशकों ने धरना स्थल पर धरना-प्रदर्शन किया. निवेशकों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द उनके पैसे वापस दिलाए. निवेशकों का कहना है कि वे 5 बार आवेदन जमा कर चुके हैं लेकिन अब तक उनके पैसे वापसी की कार्रवाई नहीं हुई.

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धरना स्थल पर मौजूद निवेशक शुभम साहू ने बताया कि कांग्रेस की सरकार ने घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि चिटफंड निवेशकों के पैसे जल्द वापस लौटाए जाएगा लेकिन 3 वर्ष बाद भी स्थितियां जस की तस है, महज 20% कंपनियों के पैसे ही लौटाए गए होंगे. फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया लगातार चल रही है कोरोना काल में भी 20 लाख लोगों ने फॉर्म जमा किए थे. लेकिन अब ऐसी स्थिति हो गई है कि तहसील ऑफिस में जमा फॉर्म को चूहे कुतरने लगे हैं पर कार्रवाई अब तक नहीं हुई. जिससे यही लगता है कि सरकार चिटफंड निवेशकों के पैसे लौटाने के पक्ष में नहीं है, हम इस आंदोलन के माध्यम से सरकार को उनके वादे याद दिला रहे हैं.

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दुर्गेश कुमार साहू ने कहा कि अब तक 5 बार आवेदन जमा करवा दिए गए हैं. लेकिन तहसील ऑफिस में फॉर्म खराब होने लगे हैं. जिसका कोई हिसाब नहीं है कि कितने फार्म जमा हो चुके हैं कितने पैसे की धोखाधड़ी हुई है.

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