छोटी दिवाली (Choti Diwali ) पर हनुमान जयंती भी मनाई जाती है. इसलिए इस दिन हनुमान जी की विशेष रूप से पूजा होती है. ऐसा कहा जाता है कि बजरंगबली जी की जन्म तिथि के बारे में कोई सुनिश्चित तिथि का उल्लेख नहीं है इसलिए हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है.

पहली हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा को तो दूसरी कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. मान्यता है छोटी दिवाली पर भगवान हनुमान जी की विशेष अराधना करने से सारे संकट दूर हो जाते हैं. छोटी दिवाली (Choti Diwali)  पर नरक चतुर्दशी भी मनाई जाती है. इस दिन यम के नाम से दीपदान का भी विधान है.

नरक चतुर्दशी पर इन मंत्रों से कीजिए बजरंगबली को प्रसन्न

  • हनुमान बीज मंत्र: ॐ ऐं भ्रीम हनुमते, श्री राम दूताय नम:.
  • मनोजवं मारुतुल्यवेगं जितेंद्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठम्. वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये..
  • अतुलित बलधामं, हेमशैलाभदेहमं. दनुजवनकृशानुं, ज्ञानिनामग्रगण्यम्.
  • सकलगुण निधानं, वानराणामधीशम्. रघुपतिप्रिय भक्तं वातजातम् नमामि..
  • ओम नमो हनुमते रुद्रावतराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय वज्रदंताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा.
  • ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा.
  • हनुमान अष्टदशाक्षर मंत्र: ‘नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा.

Choti Diwali  पर इन बातों का रखें  विशेष ख्याल

  • हनुमान जी की पूजा में सिंदूर का इस्तेमाल जरूर करें. ऐसा करने से इंसान के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इस दिन बरगद के पेड़ के पत्ते से हनुमान जी की पूजा करने वालों के आर्थिक संकट दूर होते हैं. इसके लिए बरगद के पेड़ के पत्ते को गंगाजल से धोकर हनुमानजी को अर्पित करें.
  • हनुमान जयंती के दिन लाल रंग के वस्त्र पहन कर हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं. हनुमान जी को बूंदी के लड्डू या प्रसाद अवश्य चढ़ाएं.
  • आज के दिन पीपल के 11 पत्तों पर लाल चंदन से श्री राम लिखें और इन पत्तों को मंदिर में जाकर हनुमानजी को चढ़ा दें. मान्यता है कि ऐसा करने वाले लोगों को धन का लाभ होता है.
  • हनुमान जी की पूजा में उनको पान का बीड़ा जरूर चढ़ाएं. कहा जाता है कि इससे हनुमान जी की विशेष कृपा होती है और तरक्की के रास्ते खुल जाते हैं. इसके अलावा हनुमान जी की पूजा में केवड़े का इत्र और गुलाब की माला भी शामिल करें.

पूजा के समय ये गलतियां करने से बचें

  • हनुमान जी की पूजा काले या सफेद रंग के कपड़े पहनाकर बिल्कुल न करें. ऐसा करने पर आपकी पूजा पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है.
  • हनुमान जी की पूजा करने वाले भक्त को मंगलवार या हनुमान जयंती के व्रत वाले दिन नमक का सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दान में दी गई वस्तु, विशेष रूप से मिठाई का स्वयं सेवन न करें.
  • बजरंग बली काफी शांतप्रिय देवता माने जाते हैं, इसलिए उनकी साधना बड़े ही शांत मन से करनी चाहिए. यदि आपका मन अशांत है या फिर आपको किसी बात पर क्रोध आ रहा है, तो ऐसे में हनुमान जी की पूजा न करें.
  • बहुत कम ही लोग इस बात को जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में कभी भी चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है. मांस-मदिरा का सेवन करने के बाद भी न तो हनुमान मंदिर जाएं और न ही उनकी पूजा करें.
  • हनुमानजी की पूजा करते समय ब्रह्राचर्य व्रत का पालन करना आवश्यक होता है. इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान जी बाल ब्रह्मचारी होने की वजह से स्त्रियों के स्पर्श से दूर रहते थे. ऐसे में पूजा के दौरान स्त्रियों को हनुमान जी को स्पर्श नहीं करना चाहिए.

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