नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को त्यागराज स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दिल्ली सरकार के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए ‘देश के मेंटर’ प्रोग्राम को लॉन्च किया. इस प्रोग्राम के जरिए 9वीं से 12वीं के बच्चों को अपना करियर संवारने में मेंटर्स की मदद मिलेगी. इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम चाहते हैं कि 9वीं के बाद बच्चे को एक ऐसा बड़ा भाई, दोस्त
या बहन मिले, जिसके साथ वह सब कुछ साझा कर सके. दिल्ली के बच्चों के मेंटर केवल दिल्ली के लोग ही नहीं बनेंगे, बल्कि पूरे देश के लोग मेंटर बनेंगे.

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देश के किसी भी हिस्से में रहने वाला व्यक्ति दिल्ली सरकार के एप पर पंजीकरण कर मेंटर बन सकता है. सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर आपकी मेहनत से एक बच्चा अपने सपनों को पूरा करता है, तो यह आप राष्ट्र निर्माण का सबसे बड़ा काम कर रहे हैं. जब पूरे देश से लोग आकर बच्चों को मेंटर करेंगे, तो हमारा पूरा देश एक परिवार बन जाएगा और धर्म-जाति की सारी दीवारें टूट जाएंगी. एक भारतीय दूसरे भारतीय से अटैच होगा और हम सब लोग एक परिवार और एक टीम की तरह भारत को आगे बढ़ाएंगे.

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इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, आईजीडीटीयूडब्ल्यू, आईआईटी-दिल्ली, डीपीएसआरयू, डीटीयू, एनएसयूटी, डीएसईयू, एयूडी और आईपी विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रिसिंपल सेक्रेटरी शिक्षा, एच. राजेश प्रसाद, शिक्षा निदेशक प्रकाश राज और दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रमुख समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे. सबसे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, विधायक आतिशी समेत अन्य गणमान्यों ने दीप जलाकर ‘देश के मेंटर’ लॉचिंग कार्यक्रम की शुरुआत की.

मुझे उम्मीद कि सफल होने पर यह प्रोग्राम पूरे देश के सभी स्कूलों में लागू किया जाएगा- केजरीवाल

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में कुछ अद्भुत हो रहा है. हमारे दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कुल 16 लाख बच्चे पढ़ा करते थे. कई सालों से यह आंकड़ा लगभग बराबर रहता था. हर साल कुछ बच्चे आते थे और कुछ बच्चे पास आउट होकर चले जाते थे, लेकिन इस साल यह आंकड़ा बढ़कर 18 लाख 70 हजार बच्चे हो गए हैं. इस साल दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों से 2 लाख 70 हजार बच्चों ने अपने नाम कटवाए हैं और सरकारी स्कूलों में भर्ती हुए हैं. यह अद्भुत और शानदार है. अभी तक आजाद भारत के इतिहास में हमने यह तो सुना था कि यहां इतने सरकारी स्कूल बंद हो गए, इस राज्य में इतने सरकारी स्कूलों के बच्चे कम हो गए, लेकिन प्राइवेट स्कूलों से 2 लाख 70 हजार बच्चे अपने नाम कटवाकर अगर सरकारी स्कूलों में आए, तो यह अद्भुत ही है. इसके लिए सभी शिक्षक, सभी बच्चों और उनके अभिभावकों को बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं. दिल्ली के शिक्षा के क्षेत्र में गजब की सकारात्मकता और गजब की ऊर्जा है.

दिल्ली के स्कूलों में बच्चों को बिजनेसमैन बनना सिखाया जा रहा है- अरविंद केजरीवाल

 

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले हमने देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू किया. पूरे देश के लोग पूछ रहे कि यह देशभक्ति पाठ्यक्रम क्या होता है? क्या देशभक्ति सिखाई जा सकती है? दिल्ली के सरकारी स्कूलों के अंदर हमने हैप्पीनेस करिकुलम शुरू किया, तो लोग पूछ रहे हैं कि बच्चों को हैप्पीनेस भी दी जा सकती है क्या? लेकिन राष्ट्रपति ट्रम्प साहब जब अमेरिका से भारत आए थे, तो उनकी धर्मपत्नी दिल्ली सरकार के सरकारी स्कूलों में हमारी हैप्पीनेस क्लास अटेंड करने के लिए आई थीं. हमारे शिक्षकों के काम की महक अमेरिका के राष्ट्रपति के घर तक पहुंच गई है. एंटरप्रिन्योरशिप क्लासेज चल रही हैं. बच्चों को एंटरप्रिन्योर बनना, बिजनेसमैन बनना सिखाया जा रहा है.