दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज यानी शुक्रवार 2 जून को रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे. दिल्ली के सीएम केंद्र सरकार के अध्यादेश के खिलाफ विभिन्न दलों से समर्थन जुटा रहे हैं.

रांची में हेंमत सोरेन और केजरीवाल की मीटिंग के बाद दोनों नेता मीडिया के सामने आए. इस दौरान हेमंत सोरेन ने कहा, केंद्र सरकार संघीय ढांचे की बात तो करती है, लेकिन काम उसके बिल्कुल विपरीत करती है. आज यह साफ हो चुका है कि जो पार्टियां केंद्र सरकार के खिलाफ हैं वह सभी एक जैसी स्थिति से गुजर रही हैं और यह चिंता का विषय है.

इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, इस अध्यादेश को अब मानसून सत्र में संसद में पेश किया जाएगा. भाजपा के पास लोकसभा में बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में वह अल्पमत में है. इसलिए अगर सभी गैर-भाजपा पार्टियां इकट्ठा हो जाएं तो यह अध्यादेश कानून नहीं बन पाएगा. यह सिर्फ दिल्ली की बात नहीं है, बल्कि देश के संघीय ढांचे और उसके नियमों की है.

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि केंद्र का अनेकता में एकता पर भी कड़ा प्रहार है. संघीय ढ़ाचे की बात केंद्र सरकार करती थी लेकिन उसके कार्य बिलकुल ही उसके विपरित हैं.

सीएम सोरेन से मुलाकात के बाद दिल्ली के मुख्मंत्री केजरीवाल के साथ पंजाब के सीएम भगवंत मान, आप सांसद संजय सिंह, आप सांसद राघव चड्ढा और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी मौजूद थीं. मुलाकात की तस्वीरें शेयर करते हुए सीएम सोरेन ने ट्वीट किया, “झारखण्ड की धरती पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी और पंजाब के माननीय मुख्यमंत्री भगवंत मान जी का हार्दिक स्वागत और जोहार.”

केजरीवाल ने कहा, हम इस अध्यादेश के खिलाफ पूरे देश में जा रहे हैं और सभी पार्टियों की ओर से हमें अच्छा समर्थन मिल रहा है. आज मैं यहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी का अध्यादेश के खिलाफ हमारा समर्थन करने के लिए धन्यवाद करता हूं.

लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं बची रहें : हेमंत सोरेन

उन्होंने कहा कि मैं चाहूंगा कि केजरीवाल जी पर जो चीजें थोपने का प्रयास हो रहा है, उस पर राजनीतिक तौर पर भी और कानूनी तौर पर भी लड़ाई लड़ी जाये. इस विषय पर अरविंद केजरीवाल ने जो कदम बढ़ाया है, मैं चाहूंगा कि वे अपनी मुहिम में सफल हों, ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्थाएं बची रहें.

दिल्ली के मुख्यमंत्री केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ देशभर के विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. बुधवार (1 जून) को उन्होंने तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन से मुलाकात की थी. इसको लेकर अभी तक सीएम केजरीवाल एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, बिहार के सीएम नीतीश कुमार और सीपीएम नेता सीताराम येचुरी से मिल चुके हैं.