रायपुर। पुलिस का काम अपराध पर नियंत्रण करना है, षड़यंत्र को समाप्त करना है. लेकिन पुलिस ही अपराध में शामिल हो जाएं तो बात कठिन हो जाती है. लेकिन अब सही मायने में पुलिस ने पुलिसिंग करनी शुरू की है. साथ ही पहले पुलिस की जो धमक हुआ करती थी, वह बनी रहनी चाहिए. लेकिन आपकी उपस्थित से लोग डरे मते, आपकी उपस्थिति से सुरक्षित महसूस करें. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पुलिस के जवानों से साल के पहले दिन संवाद करते हुए कही.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नव वर्ष में पुलिसकर्मियों के साथ मुलाकात की. इस दौरान डीजीपी अवस्थी के भाषण में इस तरह के पहले आयोजन के जिक्र की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह का आयोजन भले ही पहली बार हो रहा है, लेकिन यह आखिरी बार नहीं होगा. हम और मिलते रहेंगे. इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जय जवान, जय किसान का नारा पुलिस जवानों के साथ बुलंद करते हुए कहा कि एक तरह किसान खेत में जुटकर हमारे लिए अनाज उत्पन्न करते हैं, जिससे हमारा यह शरीर बनता है. और आप लोगों की बदौलत आम जनता चैंन की नीद सो पाती है. दोनों की अपनी महत्वपूर्ण भूमिका है.

उन्होंने कहा कि अपनी भूमिका के निर्वहन के लिए बहुत सी चीजों की जरूरत होती है, उसमें सबसे ज्यादा किसी चीज की जरूरत है, तो वह है संतुलन, अगर आपके कार्य में, व्यवहार में, आचरण में, कानून में संतुलन नहीं बिठाए तो बात बिगड़ जाती है. अगर आपने संतुलन बना लिया तो सबकुछ आसान हो जाता है. इसलिए जीवन में सबसे ज्यादा जरूरी संतुलन है. खासकर पुलिस के जवान हों, सीमा की सुरक्षा में लगे जवान हों, या नक्सली क्षेत्र में लगे जवानों की बात हो, बहुत तनावपूर्ण रहता है उनका जीवन. ऐसे में तनावपूर्ण स्थिति में अपने आप को संयमित रखना एक कठिन काम है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2 साल में नक्सल इलाके में ह्यूमन राइट की कोई शिकायत नहीं आई है. नक्सल क्षेत्र में दिक्कत थी कि वहां लोग विश्वास नहीं कर रहे थे. वहां के लोग जो परंपरागत रूप से रह रहे हैं, उनका विश्वास हासिल कर लेंगे तो समस्या नहीं रहेगी. 2 साल में विश्वास हासिल हुआ, और विश्वास जितने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हर विभाग विश्वास जितने का काम कर रहे है, जिससे स्थिति सुधरती जा रही है. बस्तर में सही दिशा में चल रहे हैं. सफलता मिलेगी ये विश्वास है.

कार्यक्रम में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि क्राइम रेट में हमारे विभाग ने रिकवर किया है. 95 फीसदी मामलों में सफलता मिली है. यही नहीं कार्य संस्कृति और काम करने के तरीके में 2 साल में गृह विभाग काफी बदलाव हुआ है. पहले पुलिस पर पैसे खाने के लिए चालान काटने के आरोप लगते थे, लेकिन हमने ई-चालान शुरू किया. उन्होंने एक भी हत्या न हो, एक भी छुरेबाजी की घटना न हो इसके लिए आम लोगों से सुझाव भी मांगे. वहीं नशे के मामलों को गैर ज़मानती बनाने की मांग की. इसके साथ बजट बढ़ाने की भी अपील की.

पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने कहा कि हमारे जवानों के लिये बड़े ही गर्व की बात है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नया साल हमारे बीच मनाने का निर्णय लिया. अविभाजित मध्य प्रदेश में भी किसी मुख्यमंत्री का पुलिसकर्मियों के साथ ऐसा संवाद कभी नहीं हुआ. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन हमारे पुलिसकर्मी कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य कर रहे हैं.

कार्यक्रम में संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू, स्पेशल डीजी आरके विज और अशोक जुनेजा, आईजी डॉ आनंद छावड़ा, एसएसपी अजय यादव, जिला पुलिस बल, सीएएफ, बीएसएफ, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, होमगार्ड के जवान मौजूद रहे.

पुलिस जवानों के साथ भूपेश बघेल का नया साल …

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