सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। हमारे जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. नक्सली क्षेत्र में अधिकारी-कर्मचारी और हमारे जवान जिस प्रकार से योजनाओं का क्रियान्वयन कर रहे हैं, नक्सली बैकफुट में हैं. उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी. हम और मज़बूती के साथ नक्सलियों से लड़ेंगे. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए जवान को लेकर कही.

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए प्रचार करने से रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पत्रकारों से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा की. इस दौरान बीजापुर जिले में नक्सलियों से मुठभेड़ में सीआरपीएफ के असिस्टेंड कमांडेट की शहादत पर भाजपा के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि रमन सिंह को छत्तीसगढ़ की जनता ने 15 साल दिया. तीन ब्लॉक में सिमटे नक्सली वो 14 जिलों में पहुँच गए. क्या यह इनकी उपलब्धि है.

उन्होंने कहा कि लगातार इन तीन वर्षों में घटनाएँ भी कम हुई है. हमारे शासनकाल में बड़े नक्सली हथियार सहित पकड़े गए हैं, या सरेंडर किए गए हैं, या फिर एनकाउंटर में मारे गए हैं. हमारे शासनकाल में सही नीति से काम हो रहा है, दूसरी बात नक्सली क्षेत्रों में रोज़गार देने का काम छत्तीसगढ़ सरकार ने किया है, जिसके कारण वहाँ के युवा-महिला सभी का विश्वास बढ़ा है. यही कारण है कि नक्सली अब चिट्ठी लिखते हैं कि हमें भर्ती करने में परेशानी हो रही है.

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वहीं सांसद राम विचार नेताम के सवाल पर भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यसभा में सवाल उठाया गया है, तो राज्य सभा में ही जवाब मिलेगा. इतना हम जानते हैं कि छत्तीसगढ़ सभी क्षेत्रों में अग्रणी है. ग़ौरतलब है कि राज्यसभा में रामविचार नेताम ने यह सवाल उठाया है कि छत्तीसगढ़ के आदिवासी जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति बुरी है. महिला, नवजात, शिशु, बाल मृत्यु दर के आंकड़े बढ़े हैं.

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