शिवम मिश्रा, रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विधानसभा में कई मुद्दों को लेकर वक्तव्य दिया है. इस दौरान सीएम बघेल ने कई मुद्दों पर चर्चा की. साथ ही भाजपा पर जमकर निशाना साधा है. एक बार फिर सीएम बघेल ने कहा, ईडी और आईटी भाजपा के इशारे पर काम करती है. उन्होंने यह भी कहा, आपकी सरकार में शासकीय कार्यालय में 3 करोड़ पकड़ाए. डायरी मिली पर सीएम साहब और सीएम मैडम का पता नहीं लग पाया. साथ ही सीएम बघेल ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा, इसी सत्र में पत्रकार सुरक्षा कानून आएगा और पारित होगा.

आगे सीएम बघेल ने कहा, जनदर्शन पहले लगते थे. इसके रिकॉर्ड हम मांगते थे पर मिलता नहीं था. छग भौगोलिक दृष्टि से 9वां बड़ा राज्य है. हमने तहसील, जिला में वृद्धि की. आम जनता को सहूलियत हो इसलिए हमने ये घोषणा की.

आगे सीएम बघेल ने भेंट-मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, 65 से अधिक विधानसभा का भ्रमण हो चुका है. इस कार्यक्रम से कई सुझाव आए, समस्याओं का निराकरण हुआ. जल समस्या की बात होती है पर जब तक अंडर ग्राउंड वॉटर की व्यवस्था न हो कैसे जल की व्यवस्था होगी. नवाचार का जिक्र सबने किया, छग में सबसे अधिक नवाचार हुए हैं, जब भी प्रधानमंत्री से मुलाकात होती है छग के नवाचार की सराहना होती है इसलिए इसका गठन हुआ है.

सीएम बघेल ने कहा, 82 हजार करोड़ ऋण और 1 लाख 21 हजार करोड़ बजट दोनों बराबर है. यह विपक्ष कह रही, पर ऋण भार को बजट से नहीं जोड़ा जा सकता. केंद्र का बजट 42 लाख करोड़ है, जबकि ऋण 1 लाख 28 हजार करोड़ है. जबकि छग की स्थिति आप देख लीजिए छग की वित्तीय स्थिति सबसे बेहतर है.

आगे उन्होंने कहा, जो राज्य बिजली का उत्पादक होता है और उपभोग अधिक करता है वो राज्य समृद्ध होता है. छग में बिजली डिमांड बढ़ी है, बीजेपी सरकार में बिजली डिमांड 4800 मेगा वॉट थी. जबकि कांग्रेस सरकार में 5400 मेगा वॉट बिजली की डिमांड है. छग में बिजली की कमी नहीं है.

Ed और आईटी छापे के मसले पर चर्चा करते हुए कहा, जून से कार्रवाई शुरू की थी पर जून तक ये पूरी नहीं होगी. आपको जांच करने में इंट्रेस्ट नहीं है बदनाम करने में है. इस जांच रिपोर्ट में कुछ नहीं आयेगा. ईडी और आईटी भाजपा के इशारे पर काम करती है. आप कार्रवाई करें पर दुर्भावना से तो ना करें. एसीसीएल में 52 खदानों से चोरी हो रही, इसकी जांच भी कराइए.

आगे सीएम बघेल ने कहा, छग के हित में कोई बात हो तो मांगने में हम पीछे नहीं रहेंगे, लेकिन अगर लड़ने की बात हो तो लड़ने में भी पीछे नहीं हटेंगे. सीएमडीसी और एनएमडीसी का जिक्र हुआ, इनका गठबंधन तो भाजपा ने किया. एमडीओ शब्द तो 2014 में ही आया. भाजपा की स्थिति ये है की केवल आरोप लगाना है जो दुर्भाग्यजनक है.