रायपुर- नया रायपुर में छत्तीसगढ़ संवाद के नए मुख्यालय भवन का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह कहा कि- मीडिया की भूमिका समाज के लिए और समाज की भूमिका मीडिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो गई है. बदलते दौर में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथ-साथ इसकी व्यापकता भी बढ़ती जा रही है. सोशल मीडिया के आने के बाद समाचार का तेजी से आदान-प्रदान हो रहा है. यह बताता है कि मीडिया का अब रेंज बढ़ता जा रहा है. एक सेकंड में समाचार दुनिया के किसी भी हिस्से में जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं चलते-चलते राजनीतिक प्रतिक्रियाओं समेत तमाम दूसरे समाचारों से रूबरू होता रहता हूं. एक जनप्रतिनिधि के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है कि किस तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. यह एक सेफ्टीवाॅल की तरह भी काम करता है. हम कैसे अपनी बातों को, सरकार की योजनाओं को इन माध्यमों के जरिए क्रियान्वित करें, यह महत्वपूर्ण पहलू है.
मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि एक ओर विकास पर चर्चा होती है, तो दूसरी ओर कहीं नक्सल घटना घट गई, तो लोगों के मन में आता है कि छत्तीसगढ़ में नक्सल आतंक का प्रभाव कम हुआ है या ज्यादा, इस विषय पर चर्चा शुरू हो जाती है. उन्होंने कहा की झीरम घाटी नक्सल हमला मुझे याद है, जब छत्तीसगढ़ के पत्रकारों ने अपनी भूमिका का बेहतर ढंग से निर्वहन किया था. बड़ा नाजुक दौरा था और उस दौर में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही. सारे तथ्यों को मीडिया ने देश के सामने लाया. बैलेंस बना रहा. इतनी बड़ी घटना के साथ जुड़े तथ्यों को स्पष्ट रूप से जनता के सामने लाने का काम मीडिया ने किया था. डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि मीडिया की भूमिका हर क्षण के लिए महत्वपूर्ण रहती है.
डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि राज्य गठन के बाद से हम विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कोई जाता है, तो उसे अब लगता है कि बीस साल पहले के हालात कुछ और थे. लोग सोचते हैं कि यह व्यापक परिवर्तन कैसे आया? कैसे कौशल उन्नय के संस्थान खड़े हो गए? बीजापुर जैसे सुदूर इलाकों में सर्वसुविधायुक्त हाॅस्पीटल बन गए? क्या इसकी कल्पना कभी किसी ने की थी. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजापुर के जांगला आए थे. तब उन्हें भी एहसास हुआ कि छत्तीसगढ़ में कैसे सुदूर इलाकों में बेहतर कनेक्टिविटी बढ़ रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम नया रायपुर में बैठे हैं. एक नए कैपिटल का निर्माण सदियों में होता है, उस दौर में हुआ होगा, जब राजशाही का दौर रहा होगा. मैं कह सकता हूं कि छत्तीसगढ़ का रायपुर देश का पहला कैपिटल हैं, जिसने शेप ले लिया है. यह विकास की दिशा को दिखाता है. हम केवल एक रूपए किलो चावल लेकर वाहवाही नहीं लूटना चाहते. हम स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत 50 हजार रूपए देकर इतिश्री नहीं समझते. उसके साथ-साथ डेवलपमेंट भी एक बड़ा पहलू होता है. सभी क्षेत्रों में जो हमारा ग्रोथ है, उसे प्रसारित करने के लिए मीडिया की भूमिका को मैं महत्वपूर्ण मानता हूं. दंतेवाड़ा, बीजापुर , बलरामपुर बहुत कम लोग जाते हैं, लेकिन समाचार के रूप में जब हम वहां की चीजों को पहुंचाते हैं, तो लोग समझ पाते हैं.
डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि सरकार की अच्छाई और बुराई दोनों को सामने लाने का काम मीडिया करता है. हम अपने सुधार के लिए गुंजाइश बनाकर रखते हैं. कमियों को दूर करने के लिए सजग होकर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहूंगा कि रामराज्य आ गया है, लेकिन बीते 15 सालों में हम गलतियों से सीखकर आगे बढ़ते रहे हैं. इसमें मीडिया की बड़ी भूमिका रही है. इसके लिए मैं उन्हें धन्यवाद दूंगा. मीडिया ने बेबाक टिप्पणी लिखी, एडिटोरियल लिखा. उन्हें पढ़ने के बाद हमें लगा कि सरकार के भीतर कोई कमियां रही हैं, तो उन्हें ठीक करने का काम हमने किया है.
छत्तीसगढ़ संवाद भवन के उद्घाटन समारोह में सांसद रमेश बैस, मंत्री राजेश मूणत, बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव अजय सिंह, प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, विधायक नवीन मार्कंडेय समेत तमाम अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे.

छत्तीसगढ़ संवाद भवन एक नजर में

छत्तीसगढ़ संवाद के सीईओ राजेश सुकुमार टोप्पो ने बताया कि संवाद के नये भवन का निर्माण लगभग 30 करोड़ रूपए की लागत से छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल द्वारा किया गया है. सम्पूर्ण भवन परिसर एक लाख 12 हजार वर्ग फीट जमीन में बनाया गया है. परिसर में वाहन पार्किंग की भी पर्याप्त सुविधा है. इस भवन में अत्याधुनिक वातानुकूलित ऑडिटोरियम का भी निर्माण किया गया है, जिसमें 210 लोगों के बैठने की व्यवस्था है.  संवाद भवन के चारों ओर लगभग 30 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में लैण्डस्केपिंग, वृक्षारोपण और खूबसूरत झरने भी बनाए गए हैं.  साथ ही सिंचाई के लिए स्पिं्रकलर सिस्टम स्थापित किया गया है.
नवनिर्मित भवन के प्रथम तल में अध्यक्ष कक्ष, उपाध्यक्ष कक्ष, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी,लेखाधिकारी के कक्ष, मीटिंग हाल, रिकार्डिंग रूम, लाईब्रेरी, रीडिंग रूम तथा लेखा शाखा कक्ष सहित अन्य अधिकारियों -कर्मचारियों के लिए भी पर्याप्त संख्या में कमरे बनवाए गए हैं.  छत्तीसगढ़ संवाद भवन के द्वितीय तल में महाप्रबंधक (प्रकाशन) कक्ष, सहायक सम्पादक कक्ष, उप सम्पादक कक्ष, टी.व्ही. स्टूडियो, लॉबी, प्रकाशन शाखा, स्थापना शाखा, स्टोर रूम, रिकार्ड रूम तथा चार सामान्य शौचालय का निर्माण किया गया है. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2000 में राज्य निर्माण के बाद वर्ष 2001 में स्ववित्त पोषित संस्था के रूप में छत्तीसगढ़ संवाद का गठन और पंजीयन किया गया था. राज्य सरकार के सभी विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों (निगम-मंडलों) की योजनाओं और गतिविधियों के प्रचार-प्रसार के लिए निर्धारित दरों के अनुसार प्रचार सामग्री सहित शासकीय प्रदर्शन विज्ञापनों के आकल्पन और मुद्रण का कार्य छत्तीसगढ़ संवाद द्वारा किया जा रहा है. इसके अलावा निगम-मंडलों के विज्ञापन भी संस्था द्वारा जारी किए जाते हैं. युवाओं को रोजगार विषयक सूचनाएं देने के लिए प्रदेश के लोकप्रिय साप्ताहिक समाचार पत्र ’रोजगार और नियोजन’ का प्रकाशन भी छत्तीसगढ़ संवाद द्वारा किया जा रहा है.