स्पोर्ट्स डेस्क.   विराट कोहली  जून में अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेलेंगे या इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट में इस मुद्दे पर बीसीसीआई प्रशासन में दो फाड़ हो गया है .  एक रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई चाहता है कि विराट 14 जून से अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच में भारतीय टीम का नेतृत्व करें. इसका मतलब यह है कि या तो उन्हें काउंटी क्रिकेट को छोड़ना होगा या अपने प्लान में बदलाव करना होगा.

क्यों इंग्लैंड में खेलना चाहते हैं कोहली ?

जबकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति कथित तौर पर चाहती है इंग्लैंड टूर से पहले भारतीय विशेषज्ञ खिलाड़ी उस कंडिशन में जाकर पहले से कुछ वक्त बिताएं. भारत को वहां 5 टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी-20 मैच खेलने हैं . सूत्रों के मुताबिक, बीसीसीआई का मानना है कि यदि कोहली अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच छोड़ते हैं तो यह प्रतिद्वंद्वी के अपमान के बराबर होगा और गलत प्रथा की शुरुआत होगी।

तो IPL का मैच क्यों नहीं छोड़ देते !

इस मामले कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि अगर विराट काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए वो इतने उतावले हैं तो वे आइपीएल के कुछ मैच मिस करने की इजाजत क्यों नहीं मांग लेते? हालांकि इस मामले पर कमेटी का कहना है कि अभी तक बोर्ड के किसी भी अधिकारी ने उनसे इस बारे में कोई बात नहीं की है। वहीं, अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सीईओ शफीक स्टानिकजई का कहना है कि विराट कोहली अगर उनकी टीम के खिलाफ नहीं खेलते हैं तो वह उन्हें ‘मिस’ करेंगे। विराट कोहली दुनिया के स्टार खिलाड़ी हैं और हमारे खिलाड़ी उनके न खेलने पर यकीनन उन्हें मिस करेंगे.