रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 14 नवम्बर को विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर सभी लोगों से इस बीमारी के प्रति सजग रहने की अपील की है. उन्होंने विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर आज यहां जनता के नाम जारी संदेश में कहा है कि आधुनिक जीवन शैली में अस्त-व्यस्त दिनचर्या और अनियमित तथा असंतुलित खान-पान इस बीमारी के प्रमुख कारण हैं. डॉ. रमन सिंह ने इससे बचने के लिए लोगों से योगाभ्यास और व्यायाम करने, प्रतिदिन सवेरे कुछ किलोमीटर पैदल चलने और सुव्यवस्थित दिनचर्या को अपनाने और भोजन शैली में परिवर्तन लाने का आग्रह किया है.

डॉ. रमन सिंह ने कहा – अब तक यह बीमारी अधिक उम्र वालों को होती थी, लेकिन अब छोटे बच्चे भी इससे प्रभावित हो रहे हैं, जिसे ध्यान में रखकर छत्तीसगढ़ सरकार ने बाल मधुमेह योजना बनाकर ऐसे बच्चों के लिए निःशुल्क इलाज का प्रावधान किया है. उन्हें जरूरी होने पर इन्सुलिन का इंजेक्शन भी मुफ्त दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और अंतर्राष्ट्रीय मधुमेह फेडरेशन द्वारा वर्ष 1991 से हर साल 14 नवम्बर को इन्सुलिन के आविष्कारक, नोबल पुरस्कार विजेता फ्रेड्रिक बैटिंग की जयंती विश्व मधुमेह दिवस के रूप में मनायी जा रही है.  फ्रेड्रिक बैटिंग ने वर्ष 1921 में अपने सहयोगी चार्ल्स बेस्ट के साथ पेनक्रियाज ग्रंथी से निकलने वाले तत्व की रासायनिक संरचना की खोज कर रहे थे.  इस तत्व को अलग कर उन्होंने अक्टूबर 1921 में दुनिया को बताया कि यह तत्व मानव शरीर में ग्लूकोज को निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इसकी कमी होने पर मधुमेह की बीमारी होती है.  उन्होंने इस तत्व को ‘ इन्सुलिन’ नाम दिया. उन्हें इस खोज के लिए नोबल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था.