नई दिल्ली। दिल्ली की हिंसा में भीड़ का शिकार हुए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के कर्मचारी अंकित शर्मा के भाई को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी का सर्टिफिकेट सौंपा है. उनके भाई अंकुर शर्मा को दिल्ली सरकार ने शिक्षा विभाग में तैनात किया है. जिस वक्त ये सर्टिफिकेट सौंपा गया, उस वक्त दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे.

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परिवार को 1 करोड़ की राशि का भी सौंपा गया था चेक

इससे पहले पिछले साल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि का चेक भी सौंपा गया था. इस दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इंसान की कमी को तो कभी पूरा नहीं किया जा सकता, लेकिन इस सरकारी नौकरी और 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि से परिवार को बल मिलेगा. उन्होंने कहा था कि भविष्य में भी परिवार की हरसंभव मदद करेंगे. दरअसल राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन एक्ट के नाम पर भीषण हिंसा हुई, जिसमें कई लोगों की मृत्यु हुई थी. दिल्ली स्थित भजनपुरा में आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की भी हत्या कर दी गई थी. दिल्ली हिंसा के दौरान अंकित शर्मा के शव को एक नाले से बरामद किया गया था. उनके शरीर पर चाकुओं के निशान भी पाए गए थे.

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भीड़ ने घेरकर की थी अंकित शर्मा की हत्या, नाले में मिला था शव

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में बीते साल संशोधित नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच झड़प होने के बाद 24 फरवरी को दंगे भड़क गए थे, जिसमें कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 लोग घायल हो गए थे. अंकित शर्मा मर्डर केस में दिल्ली पुलिस ने जो चार्जशीट तैयार की, उसमें आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन की भूमिका सामने आई थी. इसमें कहा गया कि अंकित शर्मा को करीब 50 बार चाकुओं से गोदकर उनकी बर्बरतापूर्ण तरीके से हत्या की गई. अंकित की हत्या खजूरी खास इलाके में ताहिर हुसैर के घर के पास की गई थी. उनका शव उनके लापता होने के एक दिन बाद 26 फरवरी को दंगा प्रभावित चांद बाग इलाके में उनके घर के पास एक नाले से मिला था.