रायपुर. कोविड 19 की राज्य में स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला कलेक्टरों के साथ बैठक ली.उन्होंने कहा कि कोविड सेंटरों में बेड उन्हीं मरीजों को दिए जाएं जिन्हें ज़रुरत है. उन्होंने साफ कहा कि अगर बेड के लिए भूपेश बघेल भी फोन करे तो मना कर दें. बेड किसे देना है, किसे नहीं देना है. ये फैसला वहां के डॉक्टर मरीज़ की स्थिति देखते हुए करेंगे.

कलेक्टरों की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, कृषिमंत्री रविंद्र चौबे और उनके चारों सलाहकार और अस्पताल संघ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता मौजूद थे. भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना से जिन लोगों की मौत हो रही है, उनके शवों में विशेष मानवीयता बरती जाए. अगर कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उनके परिजन शव को अपने गृहजिले ले जाना चाहते हैं, तो उन्हें जाने दिया जाए.

भूपेश बघेल ने कहा कि  कोरोना से जंग में सरकार के साथ सामाजिक संस्थाओं को भी सामने आना होगा. उऩ्होंने कहा कि मिलकर ही ये जंग जीती जा सकती है. करीब दो घंटे तक चली बैठक में उन्होंने तमाम मसलों पर सुझाव लिए. उऩ्होंने कलेक्टरों के कामों की तारीफ की. उऩ्होंने कहा कि जहां स्टाफ की कमी आ रही है, वहां फौरी तौर पर भर्ती करने में कुछ रियायत दी जाए. भूपेश बघेल ने ऑक्सीजन सुविधा वाले बेड बढ़ाने और कोरोना की जांच में तेज़ी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि भरसक हर किसी की रिपोर्ट 24 घंटे में आ जानी चाहिए. बघेल ने कोरोना के संभावित मरीज़ों से भी अपील की है कि वे रिपोर्ट आने तक खुद को आईसोलेट करें.