शब्बीर अहमद, भोपाल। प्रदेश में गहराते कोयले संकट के बीच ऊर्जा विभाग की समीक्षा शनिवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। बैठक में सीएम शिवराज ने बिजली व्यवस्था सुचारु रुप से रखने के विए कई निर्देश दिए।
बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिजली किल्लत को दूर करने के लिए सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना में कोई कसर नहीं छोड़ने के निर्देश दिए। साथ ही सिंचाई के लिए 10 घंटे बिजली आवश्यक रुप से देने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्यमंत्री ने ट्रांसफॉर्मर जल्द खराब होने की समस्या पर नाराजगी जताई। इसके लिए ट्रांसफॉर्मरों के फेलियर रेट का अध्ययन कराने के निर्देश दिए।
बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने बिजली कर्मचारियों की भर्ती की मांग की। इस पर सीएम ने उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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प्रदेश में सिर्फ तीन दिन का बचा है कोयला
आपको बता दें कि मध्यप्रदेश में कोयले का गहराता संकट गहरा हो गया है। सभी पावर प्लांट में सिर्फ कुछ दिन का ही कोयला बचा है। कोयला नहीं आने पर पावर प्लांटों बिजली उत्पादन ठप हो सकता है। इससे त्यौहारी सीजन में बिजली व्यवस्था चरमा सकती है। ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने भी मध्यप्रदेश में कोयला संकट को माना है। तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश में सिर्फ 3 से 4 दिन का कोयला बचा है। केंद्र सरकार लगातार कोयले की रैक भेज रहा है। एडवांस पैसा देकर कोयला मंगवाया जा रहा है।
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