अयोध्या. मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को श्रीराम मंदिर में गर्भगृह की आधारशिला रख दी. इसके साथ ही गर्भगृह का निर्माण शुरू हो गया है. इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएम योगी ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर देश-दुनिया के सभी सनातन हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था का प्रतीक बनेगा. भारत की आस्था को सम्मान देने के साथ-साथ ये मंदिर देश की एकात्मकता का प्रतीक होगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज हमारा सौभाग्य है कि मंदिर के गर्भगृह में शिलाओं को रखने की जो शास्त्रीय परंपरा थी, आज यहां उसके सफलतापूर्वक निर्वहन का कार्यक्रम पूज्य संतों और मंदिर निर्माण से जुड़े हुए न्यास के पदाधिकारियों की उपस्थिति में प्रारम्भ हो चुका है. उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य का शुभारम्भ लगभग 2 वर्ष पहले प्रधानमंत्री ने किया था, जो कि सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है. मंदिर निर्माण का कार्य अब द्रुत गति से आगे बढ़ेगा और सैकड़ों वर्षों से भारत की आस्था जिस पवित्र कार्य के लिए तरस रही थी, वह दिन बहुत दूर नहीं है.

तीन दिन तक होंगे अनुष्ठान

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि आज सबसे पहले रामार्च की पूजा हुई. जो अयोध्या की विशेषता मानी जाती है. इसके बाद दुर्गा सप्तशती, भगवान शंकर का रुद्राभिषेक, राम रक्षा स्तोत्र, विष्णु सहस्त्रनाम, हनुमान चालीसा, और सुंदरकांड 2 दिन तक अलग-अलग समय चलेंगे. 3 घंटे सुबह और 3 घंटे शाम यह अनुष्ठान चलता रहेगा.

उन्होंने बताया कि 9 बजे पत्थरों का इंस्टॉलेशन शुरू हो गया. इसके साथ ही सभी अनुष्ठानों के लिए अयोध्या के 90 संत महापुरुषों को निमंत्रण दिया गया था. मंदिर निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि 1990 से श्री राम जन्म भूमि की कार्यशाला में रखे गए पत्थर के उपयोग होने का समय आ गया है. यह पत्थर जल्द से जल्द राम जन्मभूमि के परिसर में लाए जाएंगे.

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