लखनऊ। स्वामित्व योजना में 1001 ग्रामों के 157244 भू-स्वामियों को ग्रामीण आवासी अभिलेख (घरौनी) का ऑनलाइन वितरण एवं पूर्णतया ऑनलाइन डिजिटल खसरा प्रारूप का शुभारम्भ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया. इस दौरान कलेक्टर अमित सिंह बंसल, मुख्य राजस्व अधिकारी हंशराज यादव ने एनआईसी में मुख्यमंत्री के लाइव प्रसारण को देखा.

मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से 7 लाभार्थियों मुना उर्फ उमांशकर, किरण देवी जनपद बाधा, शिवपाल, जितेन्द्र सिंह जालौन, पन्नालाल झाॅसी, ज्ञानओझा फतेहपुर, एवं संध्या देवी जनपद कौशाम्बी को अपने हाथों से भू-स्वामियो को ग्रामीण आवासी अभिलेख (घरौनी) का प्रमाण पत्र दिया गया. उक्त अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में लाभार्थियों से संवाद किया.

मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वामित्व योजना प्रधानमंत्री द्वारा दूरदर्शिता, सवेदनशीलता और हर एक गरीब के लिए उनके मन में जो भाव है, उस भाव को मंजूरी प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना प्रारम्भ की गई. जब पूरी दुनियां कोरोना से त्रस्त थी, और लोग कोराना में अपनी जान की परवाह कर रहे थे, तब प्रधानमंत्री प्रदेश सरकार केन्द्र सरकार गांवों के गरीब किसानों के और उन गरीब आबादी की चिन्ता कर रही थी, जो पुश्त दर पुश्त अपना मकान बनाकर गावों में रहते तो थे, लेकिन उस जमीन का मालिक कभी नही बन पाते थे.

इस योजना के माध्यम से किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार की समस्या का सामना नही करना पड़ेगा. इस योजना के माध्यम से व्यक्ति के साथ-साथ ग्राम पंचायतें भी स्वावलम्बी होगी और हर एक व्यक्ति इस योजना का लाभ प्राप्त कर पाएगा.