पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. एएनएम भर्ती मामले में आखिरकार गरियाबंद सीएमएचओ ए.के.एस. रात्रे को सस्पेंड कर ही दिया गया. यह आदेश 29 मई को स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा जारी किया गया है. एएनएम भर्ती मामले में फर्जीवाड़ा के खिलाफ तीन माह पहले से प्रभावितों के अलावा यूथ कांग्रेस ने मोर्चा खोला रखा था. कांग्रेसी इस मामले में कर्रवाई करने सहित रिपोर्ट सार्वजनिक किये जाने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर भी बैठ चुके है.

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27 अतिरिक्त पदों पर नियुक्ति की शिकायत के बाद स्वास्थ्य संचनालय से हुई जांच में इस बात की पुष्टि हो गई कि हुई कि रात्रे द्वारा 27 अतिरिक्त पदों की नियुक्ति शासन से बिना अनुमति के की गई है. जारी आदेश में बताया गया है कि ग्रामीण स्वास्थ्य सयोंजक(महिला) के 14 पद के लिये 18 जुलाई 2016 को शासन स्तर पर भर्ती की अनुमति दी गई थी, लेकिन सीएमएचओ समेत अन्य जिम्मेदारों ने मिलीभगत कर 14 के बजाए 27 अतिरिक्त समेत 41 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी कर दिया.

हालांकि निलंबित मामले से अनभिज्ञ सीएमचओ इस मामले को कोरी अफवाह बता रहे हैं. माना जा रहा है कि अब तक जिला प्रशासन के पास रात्रे के निलंबन के आदेश की कांपी नहीं पहुंची है. जिसके चलते वे अभी भी अपने पद पर बने हुए है.

आपको बता दें कि इन अतिरिक्त आदेश वाले सभी स्वास्थ्य कर्मियों पर आने वाले समय में कार्रवाई की जा सकती है साथ ही उनके द्वारा शासन से लिये गए वेतन की वसूली भी संभावना जताई जा रही है.