रायपुर. रामचरित मानस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री का एक बयान देखा है, जिसमें उन्होंने रामायण की समीक्षा की बात की है. मैं उन्हें विद्वान मानता हूं. हमारे जीतने धर्म ग्रंथ हैं. यह हमें संस्कार देते हैं प्रेरणा देते हैं. इसकी समीक्षा की बात कहकर पूरे सनातन संस्कृति का अपमान किया है.

आगे बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, क्या मुख्यमंत्री तुलसीदास और वाल्मीकि से बड़े हो गए हैं. प्रभु राम की जीवनगाथा है. क्या इसे मुख्यमंत्री बदलेंगे. क्या गीता को मुख्यमंत्री बदलेंगे. मैं उनके बयान की निंदा करता हूं. मैं मांग करता हूं कि, मुख्यमंत्री इसके लिए माफी मांगे. सत्ता लोलुपता के चलते सनातन का अपमान किया गया. इससे बड़ा पाप दूसरा नहीं हो सकता.

दरअसल, रामचरित मानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया था. उन्होंने कहा,
रामचरित मानस को गहराई से पढ़ने की जरूरत है. इस पर विवाद करने की जरूरत नहीं. अच्छी चीजों को ग्रहण करना चाहिए. हर बात प्रत्येक व्यक्ति के लिए सही नहीं हो सकती. हर व्यक्ति की अपनी पसंद होती है. जैसे किसी को करेला पसंद है, किसी को नहीं.

आगे सीएम बघेल ने कहा, जो भी विवाद रामचरित मानस को लेकर हो रहा वह सब वोट के लिए है. चाहे कहीं भी हो, कहीं से भी. राम को घर-घर पहुंचाने का काम स्वामी तुलसीदास ने किया. रामचरित मानस विवाद सपा को भी भा रहा और बीजेपी को भी. मौर्या को भी भा रहा है और योगी आदित्यनाथ को भी.