रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कोयला खदान से कोयला चोरी वायरल VIDEO को लेकर नया मोड़ सामने आया है. पूर्व IAS और भाजपा नेता ओपी चौधरी के खिलाफ FIR दर्ज हो गया. आऱोप है कि 2 साल पुराने वीडियो को शेयर किया गया, जिससे आम जन समेत लोगों में प्रशासन के प्रति नाराजगी थी. अब इस मामले में कार्रवाई के लिए जांच की जा रही है.

ओपी चौधरी के मोबाइल से पोस्ट किए गए वीडियो को लेकर कुछ तथ्य सामने आए हैं. कहा जा रहा है कि VIRAL VIDEO दो साल पुराना है, जिसको ओपी चौधरी ने हाल ही का बताकर शेयर किया था. बताया जा रहा है कि वीडियो 2020 का है, जिससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. हालांकि वीडियो कहां का है, इसका पता नहीं चल सका है.

दरअसल, ओपी चौधरी ने जिस वीडियो को सोशल मीडिया के मदद से लोगों तक पहुंचाया था, वही वीडियो अब मुसीबत का सबब बन गया है. पूर्व IAS ने सनसनीखेज खुलासा वाले वीडियो बना जांच परख के ही ट्वीट पर पोस्ट किया, जिसको लेकर सवाल उठ रहे हैं.

FIR मामले में भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कहा था कि कांग्रेस सरकार के इशारे पर कोरबा पुलिस ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. माफिया के सह पर कई जिलों में कोयला चोरी हो रही है. सरकार कोयला माफिया पर कार्रवाई के बजाय मुझ पर कार्रवाई कर रही है.

ओपी चौधरी ने कहा कि जनसरोकार का विषय उठाना विपक्ष के रुप में मेरा दायित्व है. यह वीडियो पहले से वायरल हुआ था, जिसे मैने पोस्ट किया और वायरल हुआ. छग की कांग्रेस सरकार मुझे जेल भेजना चाहती है, उसके लिए मैं तैयारी हूं, लेकिन छग में कोयला चोरी करने वालों पर भी कार्रवाई की जाए.

बता दें कि पूर्व आईएएस ओपी चौधरी ने 18 मई 2022 को अपने ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो वायरल किया था, जिससे हड़कंप मच गया था. ट्वीट में बताया गया था कि यह कोयला चोरी का यह वीडियो गेवरा माइंस का है. इसके बाद से प्रशासन के कान खड़े हो गए थे, कुछ पुलिसकर्मियों पर भी गाज गिरी थी. अब ये मामला सियासी रूप धारण कर लिया है.