रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर्स कांफ्रेंस में जिला दंडाधिकारी की भूमिका को लेकर बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि जिला दंडाधिकारी को टीम लीडर के रूप में कार्य करना है. कानून व्यवस्था की निरंतर निगरानी सुनिश्चित करते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से फैल रहे अफ़वाह और दुष्प्रचार का कठोरता से खंडन ज़रूरी है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ज़िला दंडाधिकारी साप्ताहिक समीक्षा बैठक के पूर्व पुलिस अधीक्षक, कार्यपालिक दंडाधिकारियों के साथ क़ानून-व्यवस्था की समीक्षा करें. इस बैठक में पिछले सप्ताह की स्थिति की समीक्षा की जाए और आने वाले सप्ताह में क़ानून-व्यवस्था की स्थितियों का पूर्वानुमान लगाएं और रणनीतिक योजनायें बनायें। शासन प्रशासन की पैठ स्थापित होनी चाहिए.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रशासन की सजगता से ही कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर हो सकती है. संचार क्रांति के दौर में एक स्थान की घटना का असर प्रदेश और देश व्यापी होता है, इसलिए ज़िम्मेदारी बहुत अधिक है. छत्तीसगढ़ शांति का टापू है, कानून-व्यवस्था को बनाए रखना हमारी प्राथमिकता है. सोशल मीडिया पर उचित पर्यवेक्षण ज़रूरी है. सूचना ही शक्ति है, ज़िला प्रशासन का सूचना तंत्र सुदृढ़ किया जाना ज़रूरी है. गलत तथ्यों का खंडन करें, अफ़वाह न फैलने दें.

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विरोध-प्रदर्शन से परहेज नहीं

उन्होंने कहा कि प्रशासन का इकबाल होना चाहिए. विरोध-प्रदर्शन से मुझे परहेज़ नहीं है, लेकिन योजनाबद्ध रूप से माहौल बिगाड़ने की साज़िश को सफल नहीं होने दिया जाना है. ज़िले का आसूचना तंत्र विकसित करें. हर हाल में सौहार्द्र का वातावरण बना रहना चाहिए. सांप्रदायिक सद्भाव छत्तीसगढ़ी संस्कृति की पहचान है, किसी भी व्यक्ति या संस्था को इसे बिगाड़ने नहीं दिया जाएगा.