अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में नव-निर्वाचित सरपंचों का राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण-सह-सम्मेलन का आयोजन किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पहुंचते ही पंचायत प्रतिनिधियों ने उनका स्वागत किया. सीएम ने कहा कि काम होगा तो जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के अनुसार होगा. सरकार भोपाल से नहीं चौपाल से चलेगी. सीएम शिवराज से मंच से सरपंचों के मानदेय बढ़ाने की घोषणा की है. अब सरपंचों का मानदेय 4250 रुपये कर दिया गया है. पहले 1750 रुपये मानदेय दिए जाते थे. सरपंचों के वित्तीय अधिकार भी बढ़ा दिए गए हैं. सरपंच 25 हजार तक की प्रशासकीय स्वीकृति दे सकेंगे.

सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि मैं सभी का दिल से स्वागत करता हूं. बहुत दिनों से सब से मिलने की इच्छा थी. मैंने सोचा हर जगह आप ज्ञापन देते हो. इसलिए सोचा कि एक बार मैं सबको बुलाकर बातचीत करूं. जरूरत पड़ेगी तो बार-बार हजार बार मिलेंगे. मैं और आप एक बराबर है. सीएम ने मंच से पंचायत प्रतिनिधियों को अपने कार्यालय का नंबर दिया है. उन्होंने कहा कि 0755-244223 मुख्यमंत्री कार्यालय का नंबर है. जब भी कोई परेशानी हो तो बेझिझक इस पर कॉल करें.

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CM शिवराज सचिव से लेकर अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि मैं ACS से लेकर अधिकारियों सबको स्पष्ट कर चुका हूं. काम होगा तो जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों के अनुसार होगा. ज्ञापन मुझे दिए हैं, जो हो सकेगा मैं उसके बारे में चर्चा करूंगा. मेरी आपसे कुछ अपेक्षाएं हैं. कोशिश करो कि हम अपने गांव को समरस गांव बनाए. जो भी झगड़े है आपस में बैठकर सुलझाए. पुलिस के पास ना जाए. ग्राम स्वराज का एक नया कॉन्सेप्ट तैयार करके मैं आपके सामने प्रस्तुत करूंगा. हर ग्राम पंचायत को स्वच्छ बनाने को लेकर भी प्रयास किया जाए. मैं रोज एक पेड़ लगाता हूं. आप भी जन्मदिन या कोई ख़ास दिन पर पेड़ जरूर लगाएं.

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शिवराज ने कहा कि राशन वितरण को लेकर जमीनी स्तर पर आपको मॉनिटरिंग करने की ज़रूरत है. अनाज वितरण के मामले में अगर किसी ने दलाली की, तो वो सीधा जेल जाएगा. जिन्होंने आवास निर्माण में रिश्वत लेने की कोशिश की उनकी हमने सेवाएं ही समाप्त कर दी. गांवों का हर बच्चा पढ़ने स्कूल जाए, कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे.

मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान की राशि मेरे पास है. अगर कोई गंभीर बीमारी हो तो वो बिना इलाज के ना रह जाए. हर संभव इलाज करवाने के लिए हम पूरी तरह तैयार है. पूरी तरह भ्रष्टाचार से मुक्त करने का मेरा संकल्प है. हम सब मिलकर काम करें. सभी अधिकारियों तक ये निर्देश पहुंच जाए. विकास की योजना कोई अफसर नहीं बनाएगा. ना भोपाल से आएगी. वो गांव में ही बनेगी. सरकार भोपाल से नहीं चौपाल से चलेगी.

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