रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वैक्सीन की किल्लत को लेकर भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री और राज्यसभा सांसद इंदू गोस्वामी ने प्रदेश सरकार पर दोष मढ़ा है. उन्होंने कहा कि मैं हिमाचल जैसे छोटे राज्य से हूं, जब वहाँ वैक्सीन आ सकता हैं तो छत्तीसगढ़ में क्यूं नहीं. दरअसल, ये सरकार निकम्मी है. केंद्र से तालमेल नहीं बिठा पा रही है.

बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आई मोर्चा की राज्य प्रभारी इंदू गोस्वामी ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि मुझे हैरानी हो रही है कि छत्तीसगढ़ में कम लोगों ने वैक्सीन लगाई है. दरअसल, कोरोना वैक्सीन को लेकर राज्य सरकार ने लोगों के बीच भ्रम फैलाया. कांग्रेस ने वैक्सीन लगाने से लोग बीमार होने, नपुंसक हो जाने तक की बात कही. छत्तीसगढ़ में हमारे लोगों को प्रधानमंत्री के होर्डिंग लगाने पड़े कि वैक्सीन प्रधानमंत्री ने भी लगाई है, तब थोड़ी जागरूकता आई.

उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी हो रही है कि कोरोना जैसी महामारी से देश जूझ रहा था, उस बीच कांग्रेस सरकार सवाल उठा रही थी. ताली-थाली बजाकर यह संदेश देने की कोशिश की कि प्रधानमंत्री देश के साथ हैं. ताली बजाई थी, थाली बजाई थी, दीया जलाया था, लग रहा था कि दिवाली मनाई जा रही है. प्रधानमंत्री मोदी ने देश का विश्व में सम्मान बढ़ाया है. कांग्रेस सिर्फ़ नारा देती रही कि कांग्रेस का हाथ ग़रीबों का साथ, लेकिन कांग्रेस ने हमेशा ‘फूट डालो, शासन करो’ की नीति पर काम किया. कांग्रेस को हमसे सवाल पूछने का अधिकार नहीं है.

राज्य की महिलाओं की स्थिति देखकर हैरानी जताते हुए इंदू गोस्वामी ने कहा कि राज्य में बलात्कार की घटनाएँ बढ़ी है. 4 हजार से ज्यादा बलात्कार ढाई सालों में हुए हैं. जबकि रमन सरकार के दौरान यहीं लोग सवाल उठाते थे. इन विषयों पर महिला मोर्चा आंदोलन करेगी.

मोदी ने देश की आधी आबादी को दिया सम्मान

उन्होंने कहा कि देश की महिलाएँ प्रधानमंत्री मोदी से बहुत प्यार करती हैं. राष्ट्रीय स्तर पर कुछ कार्यक्रम लिए गए हैं. आज़ादी की 75 वीं वर्षगाँठ पर 75 कार्यक्रम तय किए हैं. प्रधानमंत्री ने पहली बार देश की उस आबादी को सम्मान दिया है जो पचास फ़ीसदी है. देश को संदेश देने की कोशिश की है कि इस आबादी को आर्थिक, सामाजिक रूप से सशक्त नहीं करेंगे तो समाज ही नहीं राष्ट्र विकसित नहीं होगा.

महिलाओं को हुआ योजनाओं का सबसे ज्यादा लाभ

उन्होंने कहा कि कैबिनेट में 11 महिलायें शामिल की गई है, देश के आठ राज्यों में महिला गवर्नर बनाई गई हैं. आर्थिक रूप से महिलाओं को सशक्त करने की लिए योजनाएँ मोदी सरकार ने शुरू किए हैं. उज्ज्वला, आवास, जनधन जैसी जितनी भी योजनाएँ चली है, उसमें सबसे ज़्यादा लाभ मातृशक्ति को हुआ है. महिलाओं में हो रही आयरन की कमी को लेकर केंद्र की योजना का फ़ायदा महिलाओं तक पहुंचाने ग्रामीण स्तर तक महिला मोर्चा लेकर जाएगी.