रायपुर. कांग्रेस शहर अध्यक्ष विकास उपाध्याय सहित राधेश्याम विभार और एजाज ढेबर आखिकार 20 घंटे बार जेल से रिहा हो गये. उनकी इस रिहाई का जश्न मनाने सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता सुबह से ही जेल परिसर में जमा हो गये और जैसे ही ये नेता जेल से बाहर निकले इन कार्यकर्ताओं ने जेल परिसर के अंदर ही अपने नेताओं को फूल माला से लाद दिया . जमकर नारेबाजी की.
जेल परिसर में कांग्रेस का यह भव्य स्वागत कार्यक्रम और नारेबाजी चल रही थी, उस समय जेल प्रशासन मूक दर्शक बना सब देख रहा था. किसी भी सुरक्षाकर्मी और अधिकारी ने इसे राकने कोई कदम नहीं उठाया. इससे जेल सुरक्षा भी सवालो के घेरे में है.
जेल से रिहा होने के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास उपाध्याय का कहना था कि प्रदेश की भाजपा सरकार जनरल डायर की तर्ज पर काम कर रही है. अन्तर सिर्फ इतना है कि जनरल डायर ने आन्दोलन को कुचलने के लिए गोलियां चलवाई थी और प्रदेश की भाजपा सरकार आन्दोलन को दबाने के लिए बेकसूरों को जेल में डाल रही है.
प्रदेश में सरकार भाजपा की,कानून भाजपा का, पुलिस भाजपा की, वह चाहे तो किसी को भी गिरफ्तार कर सकती है. उनकी भी गिरफ्तारी इसी का जीता जागता उदाहरण है, वे अपने साथियों के साथ शिक्षाकर्मी के समर्थन में प्रदेश बन्द के लिए लोगो से हाथ जोड़कर अपील करने निकले थे और उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
गौरतलब है कि शिक्षाकर्मी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर 20 नवंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर थे, रोजाना इनका प्रदर्शन उग्र होता जा रहा था, राजधानी में शनिवार, रविवार और सोमवार को कर्फ्यू जैसे हालात थे, सरकार की तरफ से यह साफ किया गया था की शिक्षाकर्मियों का संविलियन संभव नहीं है, इसके बाद सरकार ने शिक्षाकर्मियों के खिलाफ सख्ती शुरू करते हुए उनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू कर दी थी, इसी बीच कांग्रेस ने 5 दिसम्बर को शिक्षाकर्मियों के समर्थन में प्रदेश बन्द का ऐलान किया था.और इस बन्द को सफल बनाने के लिए जब कांग्रेसी नेता सड़को पर व्यापारियों और लोगों से अपील करने निकले तो प्रदेश भर में कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया.
हालांकि कि अब शिक्षाकर्मी के हड़ताल वापिस लेने के बाद सभी गिरफ्तार कांग्रेसियों को छोड़ दिया गया है.