रायपुर- छत्तीसगढ़ में गाहे बगाहे पनामा पेपर्स का मामला उठ खड़ा होता है. लंबे समय बाद कांग्रेस ने जहां एक बार फिर इस मामले को कुरेदते हुए सवाल उठाया कि पूर्व मुख्यमंत्री यह बताए कि पेपर्स में जिस अभिषाक सिंह का नाम है, वह उनका बेटा ही है या नहीं? कांग्रेस ने सवाल उठाया, तो बीजेपी ने पलटवार कर कहा कि सरकार में कांग्रेस बैठी है और अब तक किसी के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं की गई. बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने चुनौती देते हुए दो टूक कहा है कि अगर हिम्मत है, तो जांच कर कार्रवाई करें.

गौरतलब है कि कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमेन शैलेष नितिन त्रिवेदी ने एक बयान जारी कर कहा था कि पनामा पेपर्स मामले में जब अभिषाक सिंह का नाम आया, तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह कहते रहे कि वे अभिषाक सिंह को नहीं जानते, लेकिन जब से कांग्रेस ने सबूत दिए हैं कि अभिषेक ही अभिषाक हैं, तब से वह चुप्पी साधे बैठे हैं. पनामा पेपर्स में ‘रमन मेडिकल स्टोर्स, विंध्यवासिनी वार्ड, कवर्धा’ का पता है, अगर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में कालाधन जमा करवाने के लिए किसी और व्यक्ति ने इस पते का दुरुपयोग किया है तो उन्होंने मुख्यमंत्री रहते इसकी शिकायत क्यों नहीं की? उन्होंने कहा है कि अगर वे पहले इसकी शिकायत नहीं कर पाए तो अब भूपेश सरकार से इसकी शिकायत कर दें और कांग्रेस वादा करती है कि सरकार इसकी निष्पक्ष जांच करेगी.

इधर शैलेष नितिन त्रिवेदी का जवाब देते हुए पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश की सरकार कांग्रेस के हाथ हैं. सिर्फ गाल बजाने से कुछ नहीं होगा. विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस सिर्फ आरोप लगाते रही, सत्ता में आने के 18 महीने से ज्यादा गुजर गए, लेकिन सरकार ने एक के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं है. उन्होंने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि सिर्फ गाल बजाने से कुछ नहीं होगा.