रायपुर। छत्तीसगढ़ में भी एक बार फिर पनामा पेपर का जिन्न जाग गया है. कांग्रेस अब हमलावर हो गई है. सवाल उठाने लगी है. प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस जानना चाहती है कि पनामा पेपर मामले में अभिनेत्री ऐश्वर्या राय से 5 घंटे तक पूछताछ करने वाली ED इसी मामले में रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह से कब पूछताछ करेगी? क्या भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के बेटे होने के कारण केन्द्र सरकार अभिषेक सिंह से पूछताछ नहीं करवा रही है ?.

पनामा पेपर में रमन सिंह के पैतृक निवास कवर्धा के रमन मेडिकल स्टोर्स विंध्यवासिनी वार्ड के पते वाले अभिषाक सिंह का नाम पनामा पेपर में था. अभिषेक सिंह के ही हलफनामे से साबित हो चुका है कि अभिषाक और अभिषेक एक ही है. इस खुलासे के बाद अभिषेक सिंह से पूछताछ होनी चाहिए. कांग्रेस शुरू से ही इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रही है, लेकिन मोदी सरकार ने अपने तत्कालीन मुख्यमंत्री के बेटे और सांसद के खिलाफ जांच करवाना जरूरी नहीं समझा.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पनामा पेपर्स में नाम आने पर ऐश्वर्या राय बच्चन से पूछताछ जारी है. इसके अलावा विश्व की कई बड़ी हस्तियों से भी पूछताछ हो चुकी है. इस मामले में आइसलैंड और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को पद से हाथ धोना पड़ा था, लेकिन मोदी सरकार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह के पते पर आये उनके पुत्र के मामले की जांच करवाना भी जरूरी नहीं समझा.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पंद्रह साल के भाजपा राज में खूब कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार हुआ. नान घोटाला, प्रियदर्शनी बैंक घोटाला, मेडिकल उपकरण खरीदी घोटाला, मोबाइल घोटाला जैसे कई प्रकार के घोटाले अगस्ता हेलीकॉप्टर घोटाला इन घोटालों के समकालीन ही पनामा पेपर के वर्जिन आइलैंड में बेनामी खातों के खुलने की बातें भी सामने आई थी. भाजपा राज में किए गए कमीशनखोरी और लूट का पैसा कहीं इसी पनामा पेपर के नामों द्वारा विदेशों में जमा नहीं किया गया? प्रदेशवासियों को यह जानने का पूरा अधिकार है.

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार पर कार्यवाही राजनैतिक जरूरतों के हिसाब से करती है. क्या ईडी और सीबीआई की कार्रवाई गैर भाजपाई दलों के लोगों के लिए हैं. भाजपा नेता के पुत्र के मामले पर चुप्पी और विपक्षी के साथ कड़ी पूछताछ क्यों? कानून सबके लिये बराबर होना चाहिए.

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