रायपुर. बीरगांव निगम में आज महापौर और सभापति के लिए पार्षदों ने वोट किया. कांग्रेस के पक्ष में 25 वोट पड़ने के बाद कांग्रेस यहां अपना महापौर बनाने में कामयाब रही. साथ ही सभापति के लिए पार्षदों ने वोट किया. जिसमें कांग्रेस को 26 वोट मिले. बीरगांव में अब मेयर और सभापति दोनों ही पदों पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है. हालांकि चुनाव के नतीजे से पहले बीजेपी नेता ने बड़ा दावा किया था कि भाजपा पार्टी का मेयर और सभापति बनेगा. नतीजे सामने आने के बाद भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.

मतदान के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी नंदलाल देवांगन को 25 वोट मिले. वहीं भाजपा के महापौर प्रत्याशी को सिर्फ 15 वोट ही मिले. महापौर के मतदान के बाद सभापति के लिए मतदान किया गया. जिसके नतीजे कांग्रेस के पक्ष में रहे. कांग्रेस को 26 वोट मिले. जिसके बाद बीरगांव के सभापति की कुर्सी कांग्रेस के सभापति कृपा राम निषाद संभालेंगे. वहीं भाजपा ने जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी एवज देवांगन को अपना समर्थन दिया था. जिन्हें 14 वोट मिले. सभापति के चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी हुई है.

बीरगांव नगर निगम की जीत को लेकर कांग्रेस विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कार्यशैली और उपलब्धियों का सुखद परिणाम है कि हम सब जगह जीते हैं.

साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में कांग्रेस की लहर चली है. ये 2023 के चुनाव का प्री ट्रायल है. जिससे अंदाज लगाया जा सकता है कि 2023 चुनाव में भाजपा के कुछ बचे हुए लोग भी भागते हुए दिखाई देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अब हम बीजेपी को सत्य नारायण भगवान का चरणामृत भी देंगे और प्रसाद भी खिलाएंगे. साथ ही पूरी ताकत के साथ अपनी शक्ति भी दिखाएंगे. बीजेपी की बी टीम जोगी कांग्रेस है जो सिद्ध हो गया है. दोनों ही पार्टियों को शिकस्त मिली है. बीजेपी के नेताओं को हार की समीक्षा करनी चाहिए. बीजेपी नेता इस हार के बाद अपना सर धुने और छाती पीटें.

बता दें कि बीरगांव निगम में कांग्रेस के 19 पार्षद जीतकर आए थे. जिसके बाद 2 निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया था. जिससे कांग्रेस पार्षदों कि संख्या 21 हो गई थी. 4 और निर्दलीय पार्षदों ने कांग्रेस को अपना समर्थन दे दिया था. समर्थन के बाद कांग्रेस के पार्षदों की संख्या 25 हो गई थी.

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