रायपुर-  विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी के लिए सोमवार 28 अगस्त का दिन जोश से भर देने वाला रहा। कांग्रेस के आक्रोश रैली में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं की एकजुटता ने सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ सिलसिलेवार तरीके से हर मुद्दे पर हुंकार भरी और सरकार को ललकारा भी। गायों की मौत से लेकर धान बोनस के मुद्दे को कांग्रेसियों ने आक्रोश रैली में जोर से शोर से उठाया। हालांकि बेमेतरा में आयोजित कांग्रेसियों की यह आक्रोश रैली बेमेतरा पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुख्य रूप से थी। इसके पीछे बेरला रेप पीड़िता के पक्ष में कांग्रेसियों की ओर से बीते दिनों किए गए आंदोनल के बाद कांग्रेसियों पर बलवा सहित 10 धराओं में अपराध दर्ज कर गिरफ्तारी थी। इसे लेकर कांग्रेसियों ने बेरला के बाद बेमेतरा में एक बड़ा आंदोलन कर कांग्रेसियों पर लगी धराएं हटाने और गिरफ्तार कांग्रेसियों को रिहा करने की मांग की।

 

इस आक्रोश रैली में कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के साथ सभी शीर्ष नेता मौजूद थे, लेकिन सबसे अहम जो अभी तक बस्तर में राहुल गांधी के दौरे लेकर कई आंदोलन में नहीं दिखने वाले महंत थे। दूर-दूर रहने वाले वरिष्ठ कांग्रेस नेता चरणदास महंत भी आज भूपेश बघेल के साथ ही नहीं बल्कि उनके पास दिखे, पास बैठे। कांग्रेसियों ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि गौमाता का नाम लेकर सत्ता हासिल करने वाली भाजपा नेताओं के गौशाला मे 300 सौ से ज्यादा गौमाता की निर्मम हत्या, चुनावी घोषणा पत्र में 2100 रुपये का समर्थन मूल्य एवं 300 रुपये की बोनस का सब्जबाग दिखाकर राज्य के किसान के साथ विश्वासघात किया है। रमन सरकार के किसान विरोधी नीति के चलते बोझ के तले दबकर प्रदेश में किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या, राज्य के 90 मैदानी इलाके सूखे के जबरदस्त चपेट आने के बावजूद सरकार द्वारा कोई फौरी राहत नही दिये जाने के कारण किसानों के सामने भयावह स्थिति पैदा हो गई है।


 प्रदेश प्रभारी सचिव कमलेश्वर पटेल ने कहा कि बेमेतरा का नाम इस सरकार ने पूरी दुनिया मे  भारी संख्या में गौमाता की हत्या करवाकर बदनाम करवा दिया है। तोगड़िया जी कहते है कि हमें अब गौमाता की बात नही करनी है, किसानों की बात नही करनी है। हमारे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जो इनके खिलाफ आंदोलन करती है उसे फर्जी मामले में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है। भाजपा की सरकार ने छत्तीसगढ़ की सुंदरता एवं उसकी खूबसूरती खत्म कर दी है। ऐसा व्यक्ति जो व्यापारी है उनको कृषि मंत्री बना दिया गया है वो क्या जानेंगे किसानों का दर्द। भ्रष्टाचार चरम सीमा में है प्रशासन तहस नहस है ऐसी निकम्मी सरकार को हटाना हर कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि बेरला की घटना में स्थानीय विधायक परिवार की भूमिका की जांच भी की जानी चाहिए। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को चुनौती दी कि आपके द्वारा जिस ढंग से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुन-चुन कर गिरफ्तार किया जा रहा है उससे हम डरने वाले नही है। इस सरकार द्वारा ऐसी ही प्रताड़ना बस्तर में भी हमारे विधायकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ की जा रही है। किन्तु हम डर नही रहे है बल्कि और पूरी ताकत के साथ हम लड़ रहे है। पहले लोग कहते थे कि मुख्यमंत्री बहुत सीधे-साधे व्यक्ति है किंतु जबसे पूर्व मुख्यमंत्री के साथ उनकी मित्रता बढ़ी है ऐसी हरकत करने लगे है। आज गौ-सेवा आयोग का बजट करोड़ों का रखा गया है तो क्या कमीशन खोरी के चक्कर में ही मुख्यमंत्री ने कहा था कि जो मेरे राज्य में गौमाता की हत्या करेगा उसे मैं उल्टा लटका दूँगा? अब छत्तीसगढ़ की जनता गौमाता की हत्यारी सरकार के खिलाफ कमर कस चुूकी है और  2018 के विधानसभा के चुनाव में सरकार को उल्टा लटकाने वाली है।

पूर्व केन्द्रीय मंत्री चरण दास महंत ने कहा कि बेरला के पास के ग्राम बारगांव में ग्रामीण महिला के साथ हुई सामूहिक बलात्कार की घटना छतीसगढ़ के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार के मुखिया ने कमीशन नही लेने की बात दिल से नही की थी केवल अनमने ढंग से ही की थी।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष रविन्द्र चौबे  ने कहा कि छ.ग. राज्य की स्थापना इसलिए नही कि गयी है कि 14 साल से सत्ता में बैठे लोगों को भ्रष्टाचार करने की खुली छूट दे दी जाय।  चौबे ने कहा कि हमने कभी कल्पना नही की थी कि ऐसी भ्रष्ट किसानों एवं गौमाता की हत्यारी सरकार छ.ग. की सत्ता में लंबे समय तक राज करेगी। जिस गौमाता की हम सब श्रद्धा से पूजा करते है और जिसके नाम पर यह भ्रष्ट सरकार सत्ता में आयी है उसी गौमाता की निर्मम हत्या कर उसके मांस का व्यापार कर पूरे राज्य को शर्मिंदगी झेलनी पड़ेगी। हत्यारों को थाने में बुलाकर पीड़ित को पैसा लेकर केस वापस लेने का दबाव बनाती है और सरकार कहती है प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत अच्छी है।

विधायक धनेंद्र साहू ने भ्रष्ट सरकार को चेतवानी देते हुए कहा कि हमारी सहनशीलता की परीक्षा न ले। पूरी जनता आपके हरकतों से त्रस्त हो चुकी है आपके राज में गौमाता की सुनियोजित हत्या हो रही है ये बर्दास्त के बाहर है। हमारे छतीसगढ़ के परम्परा है गौमाता के हत्यारे पार्टी की सामाजिक बहिष्कार हो।

पूर्व मंत्री एवं विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि आतंक और भ्रष्टाचार का राज ज्यादा दिन नही चलने वाला है इस राज का अंत बहुत नजदीक है केवल जनता को सजग करना होगा।

पूर्व मंत्री मो. अकबर ने कहा कि ऐसी भ्रष्ट सरकार का 14 साल तक राज करना राज्य के लिये बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण है।

सभा को सांसद छाया वर्मा, अमितेष शुक्ल, विधायक कवासी लखमा, पूर्व विधायक रुद्रगुरु, विधायक दिलीप लहरिया ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद ताम्रध्वज साहू ने किया। आक्रोश रैली में प्रमुख रूप से प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष उमेश पटेल, एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम, अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष डॉ. शिव डहरिया, आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष शिशुपाल सोरी, आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज मंडावी, पिछड़ा वर्ग विभाग के अध्यक्ष महेंद्र चन्द्राकर, किसान कांग्रेस के अध्यक्ष चंद्रशेखर शुक्ला, विधायकगण पूर्व सांसद, विधायक, महापौर, जिला व जनपद अध्यक्ष एवं पदाधिकारी, नगरीय निकाय के पदाधिकारी, पार्षद, सरपंच सहित पीसीसी पदाधिकारी जिला, ब्लॉक अध्यक्ष एवं पदाधिकारी्, महिला संगठन युवक कांग्रेस, एनएसयूआई सहित विभिन्न प्रकोष्ठों एवं विभाग के पदाधिकारिगण व कार्यकर्ता गण हजारो की संख्या में शामिल हुये।