रायपुर। कोरोना वायरस को लेकर बनी लॉकडाउन की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आने-जाने की व्यवस्था को लेकर गुहार लगाई है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारी समस्या को समझने की बजाए उल्टे फटकार लगा रहे हैं. ऐसे में सवाल है कि कब तक ऐसी अव्यवस्था में स्वास्थ्य सेवा पटरी पर रह पाएगी.

स्वास्थ्य सेवा में लगे स्टाफ ने बताया कि लॉकडाउन में अम्बेडकर, डीकेएस समेत अन्य अस्पताल में ड्यूटी में आने-जाने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. खास कर उन लोगों को जो दूर-दराज इलाके से आते हैं, क्योंकि ऑटो और सिटी बस जैसे सभी परिवहन के साधन बंद है,

स्वास्थ्य सेवाओं में लगे लोगों ने अपनी मांगों को लेकर डारेक्टर मेडिकल शिक्षा साहेब लाल आदिले सहित कई जिम्मेदार अधिकारियों को ज्ञापन सौपा है, लेकिन आज तक समस्या का समाधान तो नहीं हुआ है, उल्टे अधिकारियों से फटकार जरूर मिली है, कि नौकरी करना तो करो नहीं छोड़ दो. हर बार विकट समय में प्रबंधन एम्बुलेंस से आने-जाने की व्यवस्था करता है, लेकिन इस बार ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. ज्यादातर लोगों के पास आवागमन का साधन नहीं है, और प्रबंधन भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर रहा है.

डीकेएस हॉस्पिटल के उप-अधीक्षक हेमंत शर्मा ने बताया कि जो ऑटो में आने वालों की दिक्कत को देखते हुए आज से बस की व्यवस्था की गई है. वहीं इस संबंध में डारेक्टर, मेडिकल शिक्षा साहेब लाल आदिले और मेकाहारा अधीक्षक से मिलने की कोशिश नाकाम रही, साथ ही फिर उन्होंने फोन का भी कोई जवाब नहीं दिया.