रायपुर। कोरोना वायरस की वजह से बनी लॉकडाउन की स्थिति में रोजाना कमाने-खाने वाले परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है. ऐसे लोगों की मदद के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों से मुख्यमंत्री सहायता कोष के जरिए राशि देने की अपील की है. इस अपील का व्यापक असर देखने को मिल रहा है.

इस कड़ी में कबीरधाम जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कन्हैया लाल अग्रवाल ने 5 लाख रुपए का चेक कलेक्टर को सौंपा है. कन्हैया लाल अग्रवाल की पोती प्रथा अग्रवाल का जन्म दिन है, लेकिन उन्होंने जन्मदिन नहीं मानकर लॉकडाउन की वजह से प्रभावित गरीब परिवारों की मदद के लिए 5 लाख रुपए का आर्थिक सहयोग किया है.

कन्हैया लाल अग्रवाल ने लोगों से अपील की है कि देश के विभिन्न राज्य भी कोरोना वैश्विक महामारी के कारण बन्द की स्थिति हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री राहत कोष एवं मुख्यमंत्री राहत कोष के जरिए भी सहायता की जा सकती है.

इसी तरह कबीरधाम कलेक्टर अवनीश शरण ने भी अपने एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने की घोषणा की है. इसके साथ ही कलेक्टर अवनीश शरण ने सहायता करने करने वालों के लिए डीसीबी बैंक में नया अकाउंट खोला है, इसमें जमा राशि सीधे मुख्यमंत्री सहायता कोष में चली जाएगी.

रायपयुर शहर जिला कांग्रेस समिति की ओर से भी मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक लाख 11 हज़ार रुपए देने की घोषणा की गई है. इसके पहले प्रदेश भर के शिक्षाकर्मियों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में एक दिन का वेतन देने की घोषणा की थी. शिक्षाकर्मी करीब 31 करोड़ 50 लाख रुपए सहायता राशि देंगे.

प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व कोंडागांव विधायक मोहन मरकाम ने मुख्यमंत्री की अपील पर लॉकडाउन के चलते प्रभावित लोगों के लिए विधायक के रूप में प्राप्त होने वाला एक माह का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में दान देने की घोषणा की.

कांग्रेस नेता नितिन भंसाली ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपील पर 10,000 रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में सहायता स्वरूप दिए, इसी कड़ी में उनके मित्रों दीपक, मुकेश, मिन्दर और पल्लवी ने भी स्वेच्छा से 11,000 रुपए सहयोग राशि मुख्यमंत्री राहत कोष के खाते में ट्रांसफर की है.

केवल नेता, स्वयं सेवी संस्था या कर्मचारी संगठन ही मदद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. मंदिर प्रबंधन भी मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं. महामाया मंदिर की ओर से कोरोना प्रभावितों की सेवा में 5 लाख रुपए दान दिए जाने की घोषणा की गई है.
पॉलीटेक्निक टीचर्स ने एक दिन की सैलरी देने का लिया निर्णय.

एसोसिएशन ऑफ इंजीनियरिंग एंड पॉलीटेक्निक कालेज टीचर्स गजेटेड आफिसर्स ऑफ छत्तीसगढ़ ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन की सैलरी जमा करने का निर्णय लिया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष एसबी वराठे ने बताया कि इस मुश्किल घड़ी में एसोसिएशन के सदस्य एक दिन का वेतन एवं आवश्यकता पड़ने पर छत्तीसगढ़ राज्य के निवासियों के लिए सभी प्रकार के सहयोग एवं सेवा के लिए तत्पर हैं.