सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। नगर निगम में बैठे जिम्मेदार अधिकारी कितने जिम्मेदार हैं, इसका नजारा बुधवार को देखने मिला जब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कमल नारायण शर्मा की जयंती मनाने बाबत नोटिस जारी करने के बाद कार्यक्रम आयोजित करना ही भूल गए. निगम प्रशासन की इस लापरवाही के विरोध में निगम के सभापति और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन उनकी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए. इस दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन और अन्य लोगों ने निगम प्रशासन के साथ राज्य सरकार को जमकर कोसा.

निगम की ओर से जारी आदेश के बाद बुधवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजन जयंती समारोह में शामिल होने के लिए शहीद स्मारक भवन पहुंचे तो स्थल पर कोई नजर नहीं आया. इस तरह के उपेक्षा से नाराज़ परिजनों ने नाराजगी ज़ाहिर करते हुए इसे शहीद का अपमान बताया. वहीं निगम के सभापति प्रफुल्ल विश्वकर्मा ने बताया कि जब वह सुबह दस बजे के करीब शहीद स्मारक भवन पहुंचे तो भवन में ताला लटका हुआ था. बस केयरटेकर मौजूद था. शहीद कमल शर्मा की प्रतिमा की कोई साफ़-सफ़ाई नहीं हुई थी, इससे आहत होकर वे मूर्ति के नीचे उपवास पर बैठ गए.

उन्होंने तमाम ज़िम्मेदार अधिकारी नगर निगम और आयुक्त से बात की, साथ ही कहा कि महाराष्ट्र में प्रतिमा का अनावरण हुआ था, और आज इनके जयंती के दिन पूर्व आयोजित कार्यक्रम में कोई नहीं पहुंचे और कार्यक्रम का आयोजन ही नहीं हुआ. इस तरह से अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके बाद सभापति ने माल्यार्पण करने की व्यवस्था की.

कार्यक्रम में शामिल होने बिलासपुर से पहुँचे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संघ के केयरटेकर रघुवंश तिवारी ने बताया कि उन्हें फोन कर बताया गया था कि एमआईसी की बैठक में जयंती समारोह का कार्यक्रम पारित हुआ था. जब यहां पहुंचे तो यहां कोई मौजूद नहीं थे, इस तरह शहीदों का अपमान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि शहीदों ने अपना रक़म मिलाकर इस भवन का निर्माण किया है, लेकिन आज इसे व्यावसायिक तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है, इसका भी उन्होंने विरोध किया.