बालकृष्ण अग्रवाल, गौरेला। हर गरीब व्यक्ति को छत मिल सके और गरीबों के आवास का सपना सच हो,इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना संचालित की जा रही है. लेकिन इस योजना की सही तरीके से मॉनीटिरिंग नही की जा रही है.जिसके चलते हितग्राहीयो को इसका लाभ नही मिल पा रहा है। यदि छत्तीसगढ़ के परिप्रेक्ष्य मे बात की जाये यहा पर भी इस योजना के तहत गरीबो के लिए पक्के मकान का निर्माण कराया जा रहा है लेकिन इस निर्माण कुछ जनप्रतिनिधियो द्वारा सेंध लगाया जा रहा है.जिसके चलते गरीब हितग्राही आवास को लेकर अधिकारिये के चक्कर कटाने को मजबूर है।

ऐसा ही एक मामला मरवाही विधानसभा के खरडी गांव मे देखने को मिला,जहां गरीबों के लिए आवास का काम जोरो पर चल रहा है और गरीब हितग्राही अपने पक्के मकान का सपना संजोये बैठे हैं,परंतु इन गरीब हितग्राही को बहल—फुसला कर जनप्रतिनिधि ही ठेकेदार बन आवास बनाने में जुटे हैं.ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि आवास को पूर्ण कराने के नाम पर आधार कार्ड और बैंक के दस्तावेज अपने पास रख लेते हैं और जब शासन के द्वारा हितग्राही के खाते में पैसा जमा किया जाता है,तब ये जनप्रतिनिधि हितग्राहियों को अपने साधन बैंक ले जाकर पैसा आहरण कर लेते है और हितग्राहियों के बैंक के बाहर आतें ही जनप्रतिनिधि पैसे को अपने कब्जे में ले लेते है।

वहीं पेंड्रा के बहरीझोर की गांव की रहने वाली बुजुर्ग महिला फुलिया बाई जो आंखो से भी कमजोर है और किसी तरह अपना जीवन—यापन कर रही है ,उसने जिला पंचायत सदस्य तपेश्वर मरावी पर आरोप लगाया कि मरावी मुझे अपनी गाडी में बैठा कर बैंक ले गया और पैसे मिलते ही मजदूरो को पैसे देने के नाम खुद अपने पास पैसा रख लिया और बैंक के साहेब ने भी खाते से 20 हजार रूपये सरपंच के खाते में भी भेजने की बात बताई । जिसे ठेकेदार ने आवास पूर्ण हो जाने पर मिल जाने की बात कही । लेकिन अब तक इस बुजुर्ग महिला को एक रूपये भी नही मिले.ऐसे ही खरडी गांव में रहने वाले ग्रामीण ने पिछले दिनों विसुल उरांव के फांसी लगाकर खुदखुशी कर ली थी,इस मामले में भी जिला पंचायत सदस्य तापेश्वर मराबी के द्वारा आवास का पैसा हडपने के कारण मानसिक रूप् से परेशान हो कर खुदखुशी करने की बात सामने आई थी.

वहीं आरोप लगने के बाद जनप्रतिनिधि जिला पंचायत सदस्य तमेश्वर मरावी अपने आप को बेकसूर बता रहे है. जबकि मामले के प्रकाश मे आने के बाद पेंड्रारोड एसडीएम नूतन कंवर ने जांच के बाद कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है.