लखनऊ। अच्छे दिन के नाम पर यह महान देश अघोषित आपातकाल के जबड़े में फंस गया है. इसकी मुक्ति के लिए भारत समाचार टीवी और दैनिक भास्कर पर सरकारी हमले का विरोध कीजिए और इनका साथ दीजिए. यह बात नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कही.

नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भारत समाचार टीवी के प्रधान सम्पादक ब्रजेश मिश्रा, कार्यकारी सम्पादक वीरेन्द्र सिंह और दैनिक भास्कर अखबार पर इनकम टैक्स का छापा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है. अपने पापों से डरी हुई मोदी और योगी सरकार इन छापों के माध्यम से अपना अपना पाप छुपाने की कोशिश कर रही है. इससे डरने की जरूरत नहीं है. इससे टकराने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि इसके पहले भी आपातकाल लगाकर देश की जनभावना को दबाने की विफल कोशिश हुई थी. इस बार अघोषित आपातकाल के माध्यम से यह कोशिश हो रही है. यह कोशिश भी सफल नहीं होगी.

रामगोविंद चौधरी ने कहा कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से तड़प तड़प कर मरने वालों की चीख सुनकर पूरा देश रो पड़ा था. नदियों के तट लाशों से पट गए थे। भारत सरकार ने इसे लेकर एक प्रश्न के जवाब में लोकसभा में कहा है कि ऑक्सीजन की कमीं से देश में कोई नहीं मरा है। उसका आधार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भेजा गया झूठ है.

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उन्होंने कहा है कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि मीडिया भी उसके इस झूठ को ही जनता के बीच सच के रुप में परोसे. बहुत से मीडिया हाउस परोस भी रहे हैं लेकिन जो नहीं परोस रहे हैं, जो ऑक्सीजन के अभाव में हुई मौतों के मामलों में सच बोल रहे हैं, वह भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि पेगासस सॉफ्टवेयर के माध्यम से विपक्ष के प्रमुख नेताओं, मुख्य न्यायाधीश और पत्रकारों का फोन टेप कर की गई जासूसी के मामले भी यही स्थिति है. भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि इसे लेकर सभी मीडिया हाउस सरकार की अपराधिक साजिश का साथ दें. उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी स्तर पर अब दो राय नहीं है कि फोन टेप कर जासूसी की गई है.

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इस साफ्टवेयर को बनाने वाले देश ने बता दिया है कि वह यह साफ्टवेयर केवल सरकार को बेचता है. इसलिए यह भी तय है कि इस मामले में सरकार दोषी है. अब जांच का विषय यह है कि इस जासूसी के बल पर सरकार ने किसे किसे किस स्तर पर ब्लैकमेल किया और कौन कौन सा पाप कराया.

उन्होंने कहा कि फोन जासूसी के इस स्पष्ट मामले भी भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की सरकार चाहती है कि मीडिया उनके पाप पर परदा डाले और उन दो जासूसों से इस मामले को नहीं जोड़े जो पूर्व में भी गुजरात में इस तरह की जासूसी कर चुके हैं.

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नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि यह लोकतन्त्र और स्वराज हम लोगों को भारी कुर्बानी के बाद मिला है. इस लोकतन्त्र और स्वराज की रक्षा के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में हम लोग बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने को तैयार हैं. हम समाजवादी सरकार के जुल्म से डरने वाले नहीं हैं. इस भावना के साथ हम लोग निष्पक्ष मीडिया के साथ मजबूती से खड़े हैं.